ऋषिकेशः उत्तराखंड में फिल्मी अंदाज में ऋषिकेश में पड़ी फर्जी इनकम टेक्स रेड का पुलिस ने हैरंतअंगेज खुलासा किया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया की ये पूरी वारदात की सरगना पीड़ित का सगा भाई निकला है। आर्थिक तंगी की वजह से छोटे भाई ने बड़े भाई के घर पर फर्जी आयकर विभाग का छापा डलवाकर नकदी और जेवरात हथियाने की साजिश रची थी। उनके कब्जे से 22 लाख 26 हजार रुपए नकद और सोने चांदी के जेवरात के साथ घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार को भी बरामद कर लिया है।
कोतवाली ऋषिकेश में शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल और ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपित को फर्जी दस्तावेजों के साथ घटना के बाद बीते रोज ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होने बताया कि कोतवाली ऋषिकेश में संदीप पुत्र राम सिंह निवासी बाल्मीकि नगर ऋषिकेश और से एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया कि 11 फरवरी की सुबह साढ़े चार बजे उसके घर में कुछ लोग इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए और जांच शुरू कर दी।
घर में पांच लोग घुसे थे, जिनमें एक महिला भी थी। इन सभी ने घर को खंगालना शुरू कर दिया और घर से रुपये और जेवरात लेकर जाने लगे। जब संदीप ने कहा मैं भी आपके साथ चलूंगा तो सभी मना करने लगे और कहने लगे कि आप सुबह दस बजे हमारे आइडीपीएल स्थित इनकम टैक्स आफिस में आना।
संदीप को उनकी इस बात पर शक हुआ तो उसने उन्हें रोकना चाहा। ये सभी लोग गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देकर जाने लगे। मोहल्ले के लोग शोर सुनकर इकट्ठा हो गए। तब इनमें से एक आदमी रुपए और ज्वेलरी का बैग लेकर भाग गया, जबकि अन्य साथी भागने लगे तो मोहल्ले के लोगों ने तीन लोग को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी। इन्हें पुलिस ने बीते शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।
पीड़ित ने बताया कि एक महिला व एक अन्य आरोपित रुपये और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। उन्होंने संदीप की पत्नी का मोबाइल भी ले लिया। शिकायतकर्ता की शिकायत पर संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर फरार लोग के नाम पते के विषय में जानकारी हासिल कर एक पुलिस टीम दिल्ली के लिए रवाना की गई। इस बीच सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने फरार हुए मास्टरमाइंड अभियुक्त व उसकी महिला साथी को गुमानीवाला श्याम के पास से गिरफ्तार किया गया है।
महिला के कब्जे से आयकर विभाग का फर्जी आइकार्ड भी बरामद हुआ है। फरार आरोपित की तलाश में दिल्ली गई पुलिस टीम ने एक अन्य फरार आरोपित निर्मल सिंह उर्फ निखिल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
आरपीएफ प्रभारी योग नगरी रेलवे स्टेशन की सूचना पर रेलवे स्टेशन के पास से संदिग्ध अवस्था में खड़ी एक एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को पुलिस टीम ने चेक किया गया तो उक्त वाहन उपरोक्त घटना में संलिप्त पाया गया। इस व्यक्ति की दुकान को खोल कर चेक किया गया तो उसके अंदर से 22,26,000 नकद व सोने चांदी के आभूषण, सील मोहर, मुहर, पेड और चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपितों ने अपना नाम सनी पुत्र राम सिंह निवासी बाल्मीकि बस्ती थाना ऋषिकेश जो कि घटना का मास्टर माइंड बताया गया है। यह पीड़ित संदीप का सगा भाई है।