देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के चेयरमैन और पूर्व आईएएस अधिकारी एस राजू (S Raju) ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया है। बता दें उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिछले साल 4 और 5 दिसंबर को स्नातक स्तर की परीक्षा आयोजित करवाई थी। जिसमें 916 पदों के लिए तकरीबन 1 लाख 90 हजार लोगों ने परीक्षा दी थी। कुछ दिनों बाद ही इस परीक्षा में एसटीएफ ने पेपर लीक का खुलासा किया था। पेपर लीक होने पर राज्य में विपक्षी कांग्रेस के नेताओं ने धामी सरकार का घेराव भी किया था। वहीं उत्तराखंड राज्य बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी अशोक कुमार को पूरे मामले की जांच-पड़ताल के आदेश दिए थे। डीजीपी अशोक कुमार को परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश जारी किए थे। इस मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ ने 13 आरोपी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इसमें से कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जो कि 10 से 15 लाख रुपए रिश्वत देने के बाद पेपर के जरिए इस परीक्षा को पास करके आए हैं। ऐसे में पुलिस और एसटीएफ अपनी जांच कर रही है।
आखिरकार बढ़ते दबाव को देखते हुए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस परीक्षा में हजारों अभ्यर्थियों का संकट भी खड़ा हो गया है।