रानीखेत: उत्तराखंड में अल्मोडा जिले के रानीखेत स्थित सौनी में देश का पहला हिमालयन स्पाइस गार्डन अस्तित्व में आ गया है। अपनी तरह के पहले हिमालयी मसाला उद्यान का गुरुवार को विख्यात इतिहासकार शेखर पाठक ने उद्घाटन किया।
इस मसाला गार्डन में कश्मीरी केसर से लेकर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की भैरोंघाटी में पाई जाने वाला प्रसिद्ध तेजपात, तिमूर और वन हींग जैसे प्रमुख हिमालयी मसाले की प्रजातियां मौजूद हैं।
मुख्य वन संरक्षक (शोध शाखा) संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि रानीखेत में करीब चार एकड़ भूमि पर यह उद्यान जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जायका) के वित्तीय सहयोग से दो साल में स्थापित किया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में फिलहाल इस गार्डन में हिमालयी क्षेत्र में पाई जाने वाली करीब 30 प्रकार के मसालों की प्रजातियां विकसित की गई हैं। जिनमें से आठ हिमालयी क्षेत्र के एलियम परिवार (प्याज) की हैं।
वन अधिकारी ने बताया कि मसाला उद्यान स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य भारतीय हिमालयी क्षेत्र में उगने वाले विभिन्न मसालों को लोकप्रिय बनाना और उनके बारे में लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि ये मसाले बहुत पौष्टिक और स्वादिष्ट हैं तथा पुराने समय से हिमालयी व्यंजनों का हिस्सा रहे हैं।
मसालों की ये प्रजातियां की गई हैं विकसित
जंबू, काला जीरा, वन अजवाइन, दालचीनी, करी पत्ता, तिमूर, बद्री तुलसी, चक्री फूल, केसर, इलायची, अल्मोड़ापत्ती, लखोरी मिर्च, जंगली हींग, हिमालयन हींग, एलूम, वन हल्दी, तेजपात, डोलू आदि।