गढ़वाल विवि के दीक्षांत समारोह में पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री धामी भी मौजूद

देहरादून: महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंची हैं। बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी…

CM धामी के परिवार ने बद्री-केदार धाम के किये दर्शन

श्री बदरीनाथ/ केदारनाथ: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की माता के साथ ही धर्मपत्नी गीता धामी, पुत्र दिवाकर…

बदरीनाथ धाम पहुंचे पं. धीरेंद्र शास्त्री, भगवान बदरी विशाल के किए दर्शन

चमोली: उत्तराखंड पहुंचे बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रविवार को भगवान बदरी…

तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट आज बुद्धवार विधि-विधान से बंद हुए The -doors -of- Third -Kedar -Shri -Tunganath -Ji -were -closed -as -per -rituals -today -on -Wednesday. रुद्रप्रयाग: सबसे ऊंचे हिमपर्वत श्रृंखला पर विराजमान तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे वैदिक मंत्रोचार एवं विधि विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गये हैं। इस अवसर पर डेढ़ हजार श्रद्धालुओं ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन किये मंदिर समिति, जिला प्रशासन पुलिस, वन विभाग तथा तीर्थपुरोहित एवं बड़ी संख्या में तीर्थयात्री इस अवसर पर मौजूद रहे। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष श्री अजेंद्र अजय ने श्री तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने के अवसर पर सभी श्रद्धालुजनों को बधाई देते हुए कहा कि पहली बार तुंगनाथ जी में एक लाख पैंतीस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये हैं। मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि कपाट बंद होने तथा श्री तुंगनाथ जी की डोली यात्रा सफल समापन हेतु निर्देश जारी किए गए हैं। कपाट बंद होने के अवसर पर आज प्रातः ब्रह्ममुहुर्त में श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुल गये थे इसके बाद प्रातःकालीन पूजा-अर्चना तथा दर्शन शुरू हो गए। तत्पश्चात् 10 बजे से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हो गई तथा बाबा तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग को स्थानीय फूलों भस्म आदि से ढ़क कर समाधि रूप दे दिया गया। इसके बाद ठीक 11 बजे पूर्वाह्न श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतू बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद श्री तुंगनाथ जी की देव डोली मंदिर प्रांगण में आ गई तथा मंदिर परिक्रमा के पश्चात् देवडोली चोपता को प्रस्थान हुई। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि 2 नवंबर को श्री तुंगनाथ जी की देव डोली भनकुन प्रवास करेगी। 3 नवंबर को भूतनाथ मंदिर होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी तथा 3 नवंबर को देवभोज का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ यहां बाबा तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जाएंगी। कपाट बंद होने के अवसर पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, मठापति रामप्रसाद मैठाणी, डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित, पुजारी प्रकाश मैठाणी तथा अन्य पुजारीगण सहित जिला प्रशासन, वन विभाग, उत्तराखंड पुलिस व स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

रुद्रप्रयाग: सबसे ऊंचे हिमपर्वत श्रृंखला पर विराजमान तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज बुधवार पूर्वाह्न…

Uttarakhand: यहां स्विफ्ट डीजायर कार खाई में गिरी, SDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन, 1 की मौत, 2 घायल

चमोली: देर रात सिमली- सलेश्वर मोटर मार्ग पर एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। सूचना मिलने…

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सपत्नीक गंगोत्री धाम किया दर्शन

देहरादून: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सपत्नीक गंगोत्री धाम के दर्शन कर गंगोत्री मंदिर एवं गंगा…

Uttarakhand: रोडवेज बस और कार की जबरदस्त टक्कर, मां और बेटे गंभीर रूप से घायल

चमोली: उत्तराखंड के पहाड़ी मार्गों में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं इसी बीच…

इस दिन बंद होंगे यमुनोत्री, गंगोत्री और बदरीनाथ धाम के कपाट, सामने आई तारीख

चमोली: श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 18 नवम्बर को शाम तीन बजकर 33…

Uttarakhand: चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के द्वार शीतकाल के लिए हुए बंद

चमोली: पंच केदारों में प्रसिद्ध चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बुधबार को विधि-विधान के…

Roopkund Track: 60 किलोमीटर पैदल चल कर DM पहुचें सीमांत क्षेत्र, व्यवस्थाओं का लिया जायजा

रूपकुंड ट्रैक का चार दिनों तक 60 किलोमीटर पैदल दूरी तय कर डीएम ने व्यवस्थाओं का…