इससे पहले शनिवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा किच्छा, लालकुआं होते हुए देर शाम हल्द्वानी पहुंची। यात्रा के जरिये कांग्रेस ने एकजुटता, संगठनात्मक क्षमता और जनसमर्थन दिखाने के साथ भाजपा पर जमकर हमला बोला।
कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा रविवार को पहले जसपुर और फिर काशीपुर पहुंची। यात्रा के दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। महंगाई, कृषि कानून, बेरोजगारी और किसानों की दुर्दशा का हवाला देते हुए भाजपा सरकार को फेल बताते हुए कांग्रेस को जिताने की अपील जनता से की। पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने काशीपुर को कांग्रेस का मायका बताते हुए भावनात्मक रिश्ता जोड़ने का प्रयास किया। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा तीन घंटे विलंब से जीबी पंत इंटर कॉलेज पहुंची। लोगों ने ढोल-नगाड़ों से यात्रा का स्वागत किया। रैली नगर के मुख्य बाजार से होते हुए सभा स्थल गोविंद बल्लभ इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां यात्रा प्रबंध कमेटी ने सभी अतिथियों को पगड़ी पहना कर और बड़ी माला से स्वागत किया। सैकड़ों की संख्या में बाइक सवार युवक रैली की अगुवाई कर रहे थे।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने काशीपुर को कांग्रेस का मायका बताते हुए कहा कि यहां के आधा दर्जन परिवार ऐसे हैं, जिनका कांग्रेस से आजादी के बाद से ही संबंध है। यह परिवार चाहें तो कांग्रेस का 35 साल का सूखा समाप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह लोक सभा चुनाव के दौरान 1980 में पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के साथ काशीपुर आए। उस दौरान उन्होंने देखा कि यहां कांग्रेस का ढांचा सबसे मजबूत है और यहां के लोग कांग्रेस के प्रति पूर्ण समर्पित हैं। पूर्व सांसद सत्येंद्र चंद्र गुड़िया का परिवार शालीनता का परिवार है और कांग्रेस के प्रति पूर्ण निष्ठावान परिवार है। इसी प्रकार श्रीप्रकाश शिवनंदन अग्रवाल, चतुर्वेदी परिवार, विनोद वात्सल्य परिवार सहित लगभग एक दर्जन परिवार ऐसे हैं जो कांग्रेस के प्रति आज भी समर्पित हैं।