नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले एक बेहद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। चुनाव आयुक्त का इस्तीफा ऐसे वक्त आया है कि जबकि कुछ ही हफ्तों में देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। अरुण गोयल के इस्तीफे के पीछे क्या वजह है, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं सामने आई है। चुनाव आयुक्त का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जबकि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुटा हुआ है। हालांकि अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। सेवानिवृत्त नौकरशाह अरुण गोयल पंजाब कैडर के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे।
गोयल की नियुक्ति को दी गई थी चुनौती
गोयल की निर्वाचन आयोग में नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की ओर से दखिल जनहित याचिका में कहा गया था कि अरुण गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक सही नहीं है। साथ ही यह निर्वाचन आयोग की सांस्थानिक स्वायत्तता का भी उल्लंघन है। इसके अलावा संविधान के अनुच्छेद 14 और 324(2) के साथ साथ निर्वाचन आयोग (आयुक्तों की कार्यप्रणाली और कार्यकारी शक्तियां) एक्ट 1991 का भी उल्लंघन है।