चमोली: चमोली जिले के ‘सोल घाटी’ क्षेत्र में बादल फटने से प्राणमति नदी उफान पर आ गई जिससे ढाढर बगड़ में काफी नुकसान हो गया। वहां देवानंद चंदोला समेत लोगों के कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सोल घाटी-थराली क्षेत्र में बादल फटने के बाद प्राणमति नदी और पिंडर नदी उफान पर हैं। यहां कुछ घरों के साथ पुलों को भी नुकसान पहुंचा है। उधर पीपलकोटी मायापुर में बादल फटने के बाद लुहान गांव में विकराल हालात हैं। यहां कई वाहन मलबे के ढेर में दबे हैं।
सोल घाटी में बादल फटने से प्राणमति नदी उफान पर आ गई जिससे ढाढर बगड़ में काफी नुकसान हो गया। यहां कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। रात को लोगों ने घर से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। प्राणमती नदी पर बना एक वैली ब्रिज और एक आरसीसी का पुल भी टूट गया। वैली ब्रिज रतगांव को और आरसीसी का पुल थराली गांव को कोटडीप से जोड़ता था। इसके साथ ही सोल घाटी मोटर मार्ग का लगभग 50 मीटर हिस्सा भी बह गया है जिससे ब्लॉक मुख्यालय थराली से सोल घाटी का स्थलीय संपर्क कट गया है।
उधर बद्रीनाथ हाइवे पर पीपलकोटी मायापुर में भी बारिश ने तांडव मचाया है। यहां बादल फटने के बाद कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि इनमें उस वक्त लोग सवार नहीं थे। लुहान गांव में भी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बने हैं। फिलहाल जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
भारी बारिश के बाद बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग, बाजपुर, छिनका, गुलाबकोटी, बेलाकुची, पागलनाला, काली मंदिर टंगणी, हाथीपर्वत व विष्णुप्रयाग में मलबा आने के कारण बंद है। पुलिस ने श्रद्धालुओं/यात्रियों से अपील की है कि मार्ग खुलने तक सुरक्षित स्थानों पर रुके रहें, जल्दबाजी न करें, यात्रा मार्ग का अपडेट लेकर ही प्रस्थान करें।