अल्मोड़ा: कत्थक नृत्यांगना डॉ दीपा जोशी को केंद्रीय दूरदर्शन प्रसार भारती नई दिल्ली द्वारा कत्थक नृत्य में ए ग्रेड कलाकार की उपाधि प्रदान की गई है, दीपा जोशी पिछले 3 दशकों से कत्थक नृत्य से जुडी हुई है। डॉ दीपा जोशी ने कत्थक में लखनऊ घराने के प्रशिद्ध गुरुओ डॉ. पूर्णिमा पांडे ,स्वर्गीय सुभाष दीक्षित, स्वर्गीय सुरेंद्र सैकिया से कत्थक नृत्य की शिक्षा प्राप्त की। अल्मोड़ा से कत्थक में विशारद करने के उपरांत डॉ. दीपा ने भातखण्डे लखनऊ से कत्थक निपुण ,इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ छत्तीसगढ़ से एम ए व पीएचडी की उपाधि ली ! वर्तमान में इंदिरा कला संगीत व् विश्वविद्यालय से नृत्य सम्राट उदय शंकर की नृत्य परंपरा पर डी. लिट कर रही है।
21 बर्षों से डॉ. दीपा जोशी सूचना प्रसारण मंत्रालय के गीत एवं नाटक प्रभाग वर्तमान में फिल्ड आउटरीच ब्यूरो में कार्यरत है । डॉ जोशी कई राष्ट्रीय प्रतिष्ठित मंचो में प्रस्तुतियों व संगीत आलेखों के लेखन के माध्यम से अपना योगदान दे रही है .डॉ दीपा की उत्तराखंड में संगीत विषय पर तीन पुस्तके प्रकाशित हो चुकी हैं। गौरतलब है की कोरोना वैश्विक संकट के दौर में दीपा जोशी द्वारा कई जनजागृति गीतों का लेखन ,संगीत व नृत्य संरचना कर ऑनलाइन प्रस्तुतिया की गई .जिनमे १० राज्यों के बच्चों को लेकर प्रस्तुतिया तैयार की गई। डॉ दीपा जोशी को उनके द्वारा दी जा रही सांगीतिक सेवाओं के लिए कई सांस्कृतिक व साहित्यिक संस्थाओ द्वारा अभिवन्दित किया जा चुका है।
डा0 दीपा जोशी के पति हेमंत कुमार जोशी मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एंव विज्ञान शोध समिति अल्मोडा़ के नेतृत्व में अनेक पुस्तकों का प्रकाशन हुआ है। जिनमें स्मृतियों में मोहन उप्रेती व संगीत कौस्तुभ ने अच्छी लोक प्रियता हासिल की है। डा0 दीपा जोशी के इस सम्मान पर अनेक साहित्यकारों, कलाकारों व संगठनों ने बधाई दी है।