पौड़ी: लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सेना के जवान टी-72 टैंक में सवार होकर नदी पार कर रहे थे। इस दाैरान जल स्तर बढ़ने में बलिदान हुए जवानों में एक जवान उत्तराखंड के पौड़ी जिले का भी था। उनके बलिदान होने की सूचना मिलने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। भूपेंद्र सिंह नेगी की पत्नी बच्चों को पढ़ाने लिए देहरादून में रहती है। उनकी माता का पूर्व में निधन हो चुका है। जबकि पिता भी उनके साथ देहरादून में रहते है। बलिदान जवान भूपेंद्र सिंह नेगी के परिजन आज पैतृक गांव बिशल्ड पहुंचेंगे। वहीं, भूपेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर देर शाम तक लैंसडौन पहुंचने की संभावना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी लद्दाख में हुए टैंक हादसे को लेकर बलिदान पर शोक जताया लद्दाख में T-72 टैंक के नदी पार करने के दौरान अचानक जल स्तर बढ़ने से भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर सभी दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।