देहरादून: ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर अपनी प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों तक ले जाकर शिक्षा के मानचित्र पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने क्यूएस सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 में देश भर में 41वीं रैंक हासिल की है।
क्यूएस सस्टेनेबिलिटी की यह रैंकिंग विश्विद्यालयों को पर्यावरणीय, सामाजिक और प्रशासनिक योगदान की वैश्विक मापदंडों के आकलन पर दी जाती है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को क्यूएस सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में देश भर में 41वां स्थान प्राप्त करना यह साबित करता है की ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय केवल अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है बल्कि सतत् विकास, सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक प्रेरक और अग्रणी संस्थान के रूप में अपनी छाप छोड़ रहा है।
गौरतलब है कि ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने पहले भी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन और शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सफलता का परचम फहराया है। देश भर के शीर्ष सौ विश्वविद्यालयों की एनआईआरएफ रैंकिंग की सूची में 48वीं रैंक हासिल की है। ग्राफिक एरा ने लगातार छः वर्षों से देश के सौ शीर्ष विश्वविद्यालयों की एनआईआरएफ रैंकिंग में अपना स्थान बनाए रखा है। इसके अलावा क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दक्षिण एशिया में 138वां और समग्र एशिया में 523वां स्थान हासिल कर ग्राफिक एरा ने वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा और पहचान को और मजबूत किया है।
छात्र-छात्राओं को सिखाए जीवन रक्षा के गुर
ग्राफिक एरा में छात्रों को आपातकालीन स्थितियों में जीवन रक्षक तकनीकों की जानकारी दी गई।
ग्राफिक एरा अस्पताल में विश्व एनेस्थीसिया दिवस के अंतर्गत बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को आपातकालीन चिकित्सा से जुड़ी आवश्यक जीवन रक्षक तकनीक का केंद्रित और व्यवहारिक ज्ञान दिया गया। इसमें सीपीआर की सही लय, दबाव और श्वसन प्रक्रिया का अभ्यास कराने के साथ ही एयरवे मैनेजमेंट, प्राथमिक आकलन, तुरंत निर्णय लेने की क्षमता और टीमवर्क पर जोर दिया गया।
बीएलएस कार्यशाला का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के पैरामेडिकल विभाग और ग्राफिक एरा अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग में संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में ग्राफिक एरा अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. गुरदीप सिंह झीते, एनेस्थीसियोलॉजिस्ट डॉ. रजत कुमार और डॉ. अवधेश कुमार, नियोनेटोलॉजिस्ट और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश गुप्ता, नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. सुमित डागर, पैरामेडिकल विभाग के अध्यक्ष डा. रिंकू यादव, डा. तान्या गोयल, डा. उपासना जोशी समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं शामिल रहें।