राजस्थान: फर्जी अधिकारी बनकर पैसा वूसली करना और अन्य कार्यो में लिप्त रहने की बात आये दिन सामने आती रहती है। लेकिन एक बार फिर फर्जीवाडे की हद में एक फर्जी राज्यसभा सांसद को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार शक्स खुद को बीजेपी राज्यसभा का सांसद बताकर अधिकारियों को रौब दिखा रहा था। यहीं नहीं बूंदी कलेक्टर रेणु जयपाल धोखाधड़ी की शिकार हो गई। फर्जी राज्यसभा सांसद बनकर आरोपी ने कलेक्टर से अपने कई काम करवा लिए। कलेक्टर के निर्देश पर तहलीसदार से लेकर उच्च अधिकारियों ने फर्जी सांसद की खूब आवगत की और तुरंत की काम भी कर दिए।
खुद को राज्यसभा सांसद बता कर पिछले दो दिनों से अधिकारियों की बैठक ले रहा था। जिसके बाद एसपी जय यादव ने सर्किट हाउस से इस फर्जी सांसद को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली थाना सहदेव मीणा ने बताया कि एसपी जय यादव के निर्देशन में टीम गठित की गयी थी जिसमे सूचना मिलने पर इंनडिगा कार में सवार दो व्यक्तियों में से एक अपने को राज्यसभा सांसद बता रहा था। पूछताछ करने पर दोनों संदिग्ध पाये गये जिसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया। तलाशी देने के बाद सांसद बताने वाले शक्स के पास आईडी कार्ड मिला जिसमे नरेंद्र गिर नाम लिखा था और वह हिमाचल प्रदेश से सांसद बता रहा था।
मामले की गहनता से जांच की गयी तो उक्त व्यक्ति की पहचान जगदीश सिंह निवासी हिमाचल के रूप में हुई। अपने को राज्यसभा सांसद बताते वाला नरेंद्रसिंह बूदी के जिला क्लेक्ट्रर रेनू जयपाल के कक्ष में पहुंचा और वहां कई मामलों पर चर्चा करने के बाद हिनडोली दौरे पर जाने की बात कहकर तहसीलदार को फोन करवाया। जिसके बाद हिनडोली प्रशासन अलर्ट हो गया। हिनडोली पहुचे के बाद उसने तहसील कानूगोसे मुलाकात कर कई जमीनों के बारे मे जानकारी ली बाद में बूदी सर्किट हाउस मेंपुलिस के हत्थे चढ़ गया। फिलहाल पुलिस फर्जी सांसद कर गिरफ्तार कर उसके साथियों से पूछताछ कर रही है।