Uttarakhand: राज्य गठन के बाद 32 हजार से अधिक गुमशुदा व्यक्तियों को तलाशा

  • डीजीपी ने की “ऑपरेशन स्माइल” अभियान की समीक्षा

देहरादून: ऑपरेशन स्माइल अभियान तथा प्रदेश में गुमशुदा बच्चों, महिला व पुरूषों की समीक्षा की गयी। समीक्षा में पाया कि प्रदेश में विगत 23 वर्षों (वर्ष 2000 से दिनांक 31.08.2023 तक) में कुल बालक-5662, बालिका-4896, महिला-12701 व पुरूष-13784 गुमशुदा हुये, जिनमें से बालक-5437 (96%), बालिका-4705 (96%), महिला-11399 (90%) व पुरूष-11174 (81%) को बरामद किया गया।

अभियान में गुमशुदा लोगों को तलाश करने हेतु जनपद देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल में चार टीम, शेष जनपदों व रेलवेज में एक टीम (कुल 26 टीम) का गठन किया गया। प्रत्येक टीम में उपनिरीक्षक-1, आरक्षी-4 को नियुक्त किया गया। अभियान जनपद के ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की सम्भावना अधिक है, जैसे शेल्टर होम्स/ढाबे/कारखाने/बस अड्डे/रेलवे स्टेशन/धार्मिक स्थानों/आश्रमों आदि में अभियान में चलाया जा रहा है।

यदि गुमशुदा के किसी अन्य राज्य में मिलने की सूचना प्राप्त होती है, तो तत्काल टीम भेजकर गुमशुदा को बरामद किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश/सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी किया जा रहा है। उक्त के अतिरिक्त गुमशुदाओं को तलाश किये जाने हेतु पुलिस मुख्यालय स्तर पर प्रत्येक माह समीक्षा की जाती है तथा गुमशुदाओें को तलाश किये जाने हेतु समय-समय पर दिशा-निर्देश निर्गत किये जाते हैं। ऑपरेशन स्माइल में 1 सितम्बर 2023 से 15 सितम्बर तक कुल 568 गुमशुदाओं को बरामद किया जा चुका है।

बरामद गुमशुदाओं में से उत्तराखण्ड राज्य के पंजीकृत बालक-07, बालिका-27, पुरूष-213 व महिला-283 व 38 अपंजीकृत गुमशुदाओं को बरामद किया गया है। इस अभियान में वर्ष 2015 से वर्ष 2021 तक बालक-1578, बालिका-643, महिला-604 व पुरूष-430 (कुल-3255 गुमशुदा) को बरामद किया गया है। इस प्रकार ऑपरेशन स्माइल में अब तक कुल 3823 गुमशुदाओं को बरामद किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में गुमशुदा बच्चों, महिलाओं व पुरूषों की तलाश एवं पुनर्वास हेत प्रदेश में 1 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक 2 माह का ऑपरेशन स्माइल अभियान चलाया जा रहा है।

 

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