देहरादून: उत्तराखंड में वीरबाला तीलू रौतेली के नाम पर हर साल दिए जाने वाले राज्यस्तरीय ‘तीलू रौतेली पुरस्कार‘ के नामों की घोषणा कर दी गई है। मंगलवार को 13 महिलाओं और किशोरियों को तीलू रौतेली पुरस्कार और 35 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।
बता दें कि प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली महिलाओं और किशोरियों को राज्य सरकार की ओर से तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है, इस वर्ष 13 महिलाओं को यह पुरस्कार दिया जाएगा। हर जिले से एक महिला या किशोरी का इस पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। इसमें दिव्यांग खिलाड़ी मोहिनी कोरंगा एवं नीलिमा राय समेत कई का चयन किया गया है। हालांकि तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए कुछ का नाम अभी घोषित नहीं किया गया है।
कौन थी’ वीरांगना तीलू रौतेली
तीलू रौतेली उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की एक ऐसी वीरांगना, क्षत्राणी जो मात्र 15 वर्ष की आयु में रणभूमि में कूद पड़ी थी और जिसने 15 -22 वर्ष तक की आयु में अपने से कई ताकतवर शाशकों से 7 युद्ध लड़े और सभी में फतह हासिल की। तीलू रौतेली का जन्म 8 अगस्त 1661 में पौड़ी गढ़वाल के गुराड गाँव में भूपसिंह (गोर्ला) रावत के घर हुआ था। 8 अगस्त को वीरबाला तीलू रौतेली का 361वाँ जन्म दिवस है। उनकी जयंती पर प्रदेश सरकार की ओर से उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को हर साल पुरस्कृत किया जाता है।