देहरादून: केदारनाथ में भी रोपवे बनाने की योजना चल रही है। ये रोपवे गौरीकुंड से केदारनाथ तक होगा। इस रोपवे के बन जाने के बाद गौरीकुंड से केदारनाथ तक चालीस मिनट में पहुंचा जा सकेगा। 750 करोड़ रुपये की लागत वाली 12 किमी लंबी इस परियोजना में निजी कंपनियों के रुचि दिखाने के बाद अब इसकी डीपीआर बनाने की तैयारी है।
वर्तमान में गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने के लिए 16 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। इसमें तकरीबन छह से सात घंटे का वक्त लग जाता है। हालांकि, केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं भी हैं, लेकिन यह अपेक्षाकृत महंगी हैं।
केदारनाथ रोपवे उन सात रोपवे परियोजनाओं में शामिल है, जिसके लिए प्रदेश सरकार केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ अनुबंध कर चुकी है। यह परियोजना पीपीपी मोड में तैयार होनी है। पूर्व में परियोजना की अधिक लागत को देखते हुए निजी कंपनियों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। नतीजतन यह मसला लटका हुआ था।
अब इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर कसरत शुरू की गई है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के अनुसार केदारनाथ रोपवे परियोजना में कुछ निजी कंपनियों ने रुचि ली है। इसे देखते हुए डीपीआर बनाने की तैयारी है।