नैनीताल: बलियानाले में एक माह से लगातार भूस्खलन हो रहा है। नाले के ट्रीटमेंट के लिए इसरो, जीएसआई और जाइका की टीमें यहां सर्वे कर चुकी हैं, लेकिन अब तक ट्रीटमेंट शुरू नहीं होने से खतरा बना है।
गुरुवार को पहाड़ी पर भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ। दो दिनों तक मूसलधार बारिश के बाद झील के पानी की निकासी हुई तो नाले में पानी का फ्लो बढ़ गया। ऐसे में पहाड़ी का तलहटी से कटान होने लगा। बारिश बंद होने के बाद धूप खिली तो चट्टान चटकने लगीं। ऐसे में पहाड़ी पर बड़ा भूस्खलन हो गया।
एहतियात के तौर पर प्रशासन की ओर से चिह्नित 65 परिवारों को सरकारी विद्यालयों में विस्थापित कर दिया गया। गुरुवार को भी पहाड़ी पर हो रहा भूकटाव आबादी क्षेत्र तक पहुंच गया। जीआइसी मैदान के किनारे बाउंड़ी भी खाई में समा गई। दोपहर बाद एसडीएम प्रतीक जैन ने क्षेत्र का निरीक्षण कर प्रभावित लोगों का हाल-चाल जाना।