चंपावत: उत्तराखंड के चम्पावत जनपद में एक दर्दनाक हादसा हो गया। चंपावत के पार्टी ब्लॉक स्थित ग्राम मौनकांडा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की छत गिरने से एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि इस हादसे में 5 अन्य छात्र भी घायल हुए हैं।ॉ
हादसे के बाद डीएम समेत तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। प्रशासन की टीमों द्वारा गंभीर घायलों को लोहाघाट चिकित्सालय में इलाज के लिए भेज दिया गया है। हादसे की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। वहीं बच्चों के परिजन दौड़े-दौड़े स्कूल पहुंचे है। स्कूल में हुए इस हादसे से अन्य बच्चे भी डरे सहमे हैं।
इंटरवल के समय कुछ बच्चे विद्यालय के शौचालय के पास खेल रहे थे, तभी शौचालय की जर्जर छत ढह कर बच्चों के ऊपर गिर गई। जिसके नीचे 6 बच्चे दब गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद छत के नीचे से घायल बच्चों को बाहर निकाला। हादसे में कक्षा तीन में पढ़ने वाले 8 वर्षीय छात्र चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि छात्रा सोनी पुत्री श्याम सिंह, रिंकू पुत्र गोधन सिंह और शगुन पुत्री श्याम सिंह हादसे में घायल हो गई हैं। जिन्हें इलाज के लिए लोहाघाट चिकित्सालय भेज दिया गया है।
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही परिजन आनन-फानन में स्कूल पहुंचे। हादसे की खबर सुनकर स्कूल पहुंचे अभिभावकों में गुस्सा है। बताया जा रहा है कि अपने बच्चे का शव देख मृतका हेमा की मां बेसुध हो गई। वह एक टक लगाकर अपने मासूम बच्चे की लाश देखती रही। वहीं घायल बच्चों के परिजन अपने बच्चों की सलामती मांग रही है। अपनी आंखों के सामने अपने बच्चों का ऐसा हाल देख अभिभावकों का गुस्सा थम नहीं रहा है।
आनन-फानन में जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी, स्वास्थ्य विभाग की टीम, पुलिस, फायर ब्रिगेड और शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने स्वास्थ्य टीम को तत्काल घायल छात्रों के उपचार के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकांडा में एक दुःखद घटना में विद्यालय में शौचालय की छत गिरने से कक्षा 03 में अध्ययनरत् एक छात्र की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश देते हुए कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि सभी सरकारी स्कूल भवनों का निरीक्षण कर लिया जाए। जहां जरूरी हो वहां भवनों के मरम्मत संबंधी काम करवा लिया जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कक्षाएं पूरी तरह से सुरक्षित भवनों में ही संचालित हो।