फिजियोथेरेपी यूं तो आधुनिक चिकित्सा पद्धति मानी जाती है, लेकिन भारत में सदियों से चले आ रहे मालिश व कसरत के नुस्खे का ही यह मिला-जुला रूप है, कहते हैं दवाई से ज्यादा फायदा पहुंचाती है फिजियोथेरेपी। इसके लिए सेंटर में एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम होना महत्वर्पूण हैं।
देहरादून में कुछ डॉक्टर भगवान की जगह शैतान का काम कर रहे हैं फिजियोथैरपी के नाम पर मरीजों को विकलांग बनाने का काम कर रहे हैं। हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसमें सचिवालय में तैनात भगवान सिंह कैंतुरा प्रमुख सचिव, न्याय एवं विधि पारदर्शी के निजी स्टाफ हैं पूर्व विगत 5 वर्षों से उत्तराखंड उच्च न्यायालय शासन में ओथकमिश्नर के पद पर तैनात हैं।
बीते कुछ माह पहले अप्रैल में भगवान सिंह कमर में मामूली दर्द हुआ। चिकित्सक की राय पर भगवान सिंह पारस फिजियोथैरपी सेंटर 108/8 ओल्ड नेहरू कॉलोनी देहरादून में फिजियोथैरपी कराने पहुंचे। पारस फिजियोथैरपी सेंटर के एमडी डॉ.अमन दामिर ने उनकी पीठ का परिक्षण करते हुए कहा कि मैं स्वीडन टेक्नोलॉजी के आधार पर आप का इलाज करूंगा ओर आप तीन दिन में पूरे ठीक हो जाएंगे। उसके बाद डॉक्टर दामिर ने उन्हें अपने स्पेशल बेड पर लिटा दिया ओर अन्य सहायक ने उनके पैर पकड़ लिये।
डॉक्टर ने खुद जोर से उनकी कमर पर दबाव बनाया, फिर पलंग पर लगे स्प्रिंग को दबाते हुए पलंग पर ऊपर उछाला, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी से डिस्क बाहर खिसक गई और वह बेहोश हो गए। थोड़ी देर बाद जब होश आया तो डॉक्टर दामिर ने उन्हें उनके घर छुड़वा दिया। इसके बाद भगवान सिंह कैंतुरा लगभग दो माह तक बिस्तर से नहीं उठ पाए, और उनका शरीर टेढ़ा (एक तरफ झुक) गया है । अब भगवान सिंह कैंतुरा ने सीएमओ देहरादून व जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि सेंटर को जल्द से जल्द बंद कराया जाए, जिससे कि अन्य लोग विंकलांग होने से बच सके। साथ ही उन्होंने उक्त सेंटर की जांच की मांग की है।
क्या है फिजियोथेरेपी ?
प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा व्यायाम के जरिए शरीर की मांसपेशियों को सही अनुपात में सक्रिय करने की विधा फिजियोथेरेपी कहलाती है। इसे हिंदी में भौतिक चिकित्सा पद्धति कहा जाता है। घंटों लगातार कुर्सी पर वक्त बिताने, गलत मुद्रा में बैठने और व्यायाम या खेल के दौरान अंदरूनी खिंचाव या जख्मों की हीलिंग के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की सेवा लेने की सलाह खुद चिकित्सक भी देते हैं।
सहीं फिजियोथैरपी सेंटर का चयन जरूरी-
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि सबसे पहले यह बताना जरूरी है कि केवल रोगी ही नहीं, बल्कि स्वस्थ्य लोग भी चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह ले सकते हैं। मौजूदा समय में स्मार्ट और सिंपल हेल्थ सॉल्यूशन के लिए फिजियोथेरेपी काफी लोकप्रिय हुई है। इसकी लोकप्रियता और भरोसे का कारण यह भी है कि बाकी इलाज पद्धतियों से अलग फिजियोथेरेपी “उच्च पेशेवर लोग” ही करते हैं। बहुत आवश्यक है कि आप जिस भी फिजियोथेरेपी सेंटर का चयन करें उस से पहले जांच ले कि क्या उक्त सेंटर में एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम है अथवा नहीं। अन्यथा आपको भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।