लखनऊ: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को देर सायं लखनऊ विश्वविद्यालय पहुंचे। लखनऊ विश्वविद्यालय के एल्यूमिनी द्वारा विश्वविद्यालय परिसर स्थित मालवीय सभागार में मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया। अपने छात्र जीवन के पलों को याद करते हुए सीएम धामी ने सोशल मीडिया में लिखा “आज लखनऊ यूनिवर्सिटी में आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास के कक्ष संख्या 119 का भ्रमण कर छात्र जीवन के कुछ अनमोल पलों को याद करते हुए मन भावुक हो गया।”
विश्वविद्यालय में पहुंचते ही उनके पुराने दिन की यादें ताजा हो गई। मोटाराम की कैंटीन में बैठकर चाय समोसे का स्वाद तो छात्र संघ भवन के सामने का धरना प्रदर्शन। पुराने दोस्तों के बीच सीएम धामी पहुंचे तो एक बार फिर समय 25 साल पीछे चला गया।
मुख्यमंत्री धामी नरेंद्र देव छात्रावास में कमरा नंबर 119 भी गए। यह वही कमरा है, जहां पढ़ाई के दौरान सीएम धामी रहा करते थे। सीएम धामी ने 1994 में यहां से बीए की पढ़ाई की। वे उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दौरान नरेंद्र देव छात्रावास के कमरा नंबर 119 में रहते थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर ईकाई के लिए कार्य किया। हॉस्टल में बिताए संस्मरणों को सुनाते हुए सीएम अपने पुराने दिनों खो गए। उन्होंने कहा कि रात को 11-12 बजे हॉस्टल में आते थे। तब 11 से 12 छात्र एक साथ खाना खाते थे। कोई रोटी ले आता था तो दाल कमरे में ही बना लेते थे। बसंती चाची के पकौड़े और चाय के साथ उन्होंने पप्पू ढाबा का भी जिक्र किया, जहां से रोटी और दाल मंगाई जाती थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लविवि के मालवीय सभागार में सम्मेलन कार्यक्रम में आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। यहां आकर गुरुजनों का आशीर्वाद मिला।साथियों का स्नेह मिला तथा स्वागत से अभिभूत हैं। उनकी यहां आने की बहुत इच्छा थी लेकिन नहीं आ सका। बिना भगवान की इच्छा के एक पत्ता भी नहीं हिलता। मेष से लेकर मीन राशि तक के जितने भी संगी साथी और नौजवान वहां मौजूद थे सबका उन्होंने आभार जताया।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा ने कहा कि यह विशेष अवसर है जब हम अपने बीच के सहयोगी का स्वागत कर रहे हैं।लखनऊ विश्वविद्यालय में धामी ने छात्र जीवन बिताया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में दायित्वों का बेहतर निर्वहन किया धामी जी ने एक आदर्श स्थापित किया कि संघर्ष, संस्कार और सहनशीलता से कैसे इस ऊंचाई तक पहुंचा जा सकता है
इस अवसर पर लविवि के पूर्व अध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने कहा कि छात्र जीवन में लखनऊ विश्वविद्यालय में धामी के साथ मिलकर संघर्ष किया।यह हमारे लिए यह सौभाग्य का विषय है कि वह अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हैं।धामी जी आज सीएम हैं लेकिन वह इस पद पर रहते हुए भी पहले की तरह की सरलता सहजता बनाए हैं दूरदर्शी धामी राजनीति के सर्वोच्च ऊंचाई तक पहुंचेगे। कार्यक्रम में यूपी सरकार के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि धामी के सीएम बनने की जानकारी से लविवि और लखनऊ में उत्साह उत्तराखंड से कम नहीं था।