देहरादून : देहरादून: उत्तराखंड की छवि पर्यटन प्रदेश की है। हर साल लाखों पर्यटक यहां पहुंचते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें पार्किंग संबंधी परेशानी से दो-चार होना पड़ता है।
इस समस्या के समाधान के लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों में टनल पार्किंग बनाने की योजना है। प्रदेश में पहली टनल पार्किंग कैंप्टीफाल में बनेगी, जिसकी 120 करोड़ की डीपीआर तैयार हो चुकी है। इसी महीने अपर मुख्य सचिव और मुख्य सचिव के सामने इसका प्रस्तुतिकरण होगा। माना जा रहा है कि जल्द ही इसे स्वीकृति मिल जाएगी।
राज्य में पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए 12 शहरों में पहाड़ में टनल पार्किंग बनाई जानी हैं। इनमें पौड़ी में दो, टिहरी में छह, उत्तरकाशी में दो और नैनीताल में दो पार्किंग शामिल हैं। प्रदेश की पहली टनल पार्किंग कैंप्टीफाल में टिहरी-कैंप्टीफाल मसूरी, मसीही मसूरी रोड के सामने बनाई जाएगी।
इसकी 120 करोड़ की डीपीआर तैयार हो चुकी है। इस पार्किंग में 400 वाहनों को पार्क करने की सुविधा मिलेगी। आवास विभाग के मुताबिक, डीपीआर को जल्द ही स्वीकृति मिल सकती है। बाकी टनल पार्किंग की डीपीआर भी तैयार की जा रही है।
पौड़ी-लक्ष्मण झूला और देवप्रयाग रेलवे स्टेशन के पास सौड़
– ओल्ड टिहरी रोड कूड़ाघर के सामने (चंबा), नैनबाग धनोल्टी, छिलेड़ी गांव तेगड़ बाजार और थत्यूड़ बाजार, मेन बाजार
– उत्तरकाशी-गंगोत्री और गंगनानी
– नैनीताल-नैनीताल भवाली रोड पर कैंट बोर्ड की जमीन और नेशनल ऑब्जर्वेटरी के पास पहला मोड़
जिन पर्वतीय जिलों में पार्किंग के लिए बड़ा मैदान उपलब्ध नहीं है, वहां पहाड़ों के भीतर ही टनल से पार्किंग का काम लिया जाएगा। ये पार्किंग ऐसी बनाई जाएंगी कि एक तरफ से वाहन पार्किंग के लिए घुसेगा और दूसरी सड़क पर बाहर निकल जाएगा।