सैया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का..!, डॉ0 पर दिखाई IAS साहब की हनक!
देहरादूनः सूबे के राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून में एक हैरान कर देने वाल मामला सामने आया है। जिसे लेकर उत्तराखण्ड शासन तक में हड़कंप मचा हुआ है। उत्तराखण्ड में कार्यारत स्वास्थ्य सचिव सहाब की पत्नी को डॉक्टरी पसंद नहीं आई तो आईएएस पति ने कर दिया महिला डॉक्टर का तबादला। स्वास्थ्य सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा की खबर ने जहां उत्तराखंड में भूचाल ला दिया है। माफी ना मांगने के कारण डॉक्टर निधि के तबादले के बाद नौकरी से इस्तीफ़ा देने की वजह सोशल मीडिया पर आग तरह फैल चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉक्टर निधि उनियाल के ट्रांसफर संबंधी मामले का संज्ञान लेते हुए उनके ट्रांसफर को तुरंत स्थगित करने के निर्देश दिए हैं। मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री आवास में सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले के बारे में बताया था।
31 मार्च को स्वास्थ्य सचिव की पत्नी से हुए विवाद के बाद दून अस्पताल की वरिष्ठ महिला डॉक्टर का अल्मोड़ा तबादला कर दिया गया। तबादले को पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताते हुए महिला डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने इस्तीफे की प्रति मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और दून और अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी भेजी थी । डॉ0 निधि उनियाल जो की राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वरिष्ठ फिजिशियन एवं एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया कि कल बृहस्पतिवार को वह ओपीडी में मरीजों को देख रही थीं। इसी दौरान अस्पताल प्रशासन ने उन्हें स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज पांडेय की पत्नी की तबीयत जांचने उनके घर जाने के लिए कहा। मरीजों की भारी भीड़ देखते हुए पहले तो डॉ. निधि ने असमर्थता भी जताई, लेकिन कहा गया कि जाना जरूरी है इस पर डॉ.निधि अपने दो मेडिकल स्टाफ के साथ सचिव की पत्नी की जांच की उनके घर पहुंचीं।
सचिव की पत्नी की जांच करने के बाद डॉक्टर ने जरूरी परामर्श दिया। उसके बाद डॉ.निधि ने ब्लड प्रेशर जांचने की भी बात कही। डॉ. निधि ने बताया कि बीपी इंस्ट्यूमेंट बाहर कार में छूट गया था, जिसे लेने उन्होंने स्टाफ को भेजा। आरोप है कि इस पर सचिव की पत्नी नाराज हो गईं और मोबाइल फोन पर बात करते हुए डॉक्टर के बारे में अशालीन शब्दों का इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच काफी बहस हुई। डॉ.निधि उनियाल इस पर आपत्ति जताते हुए अपने स्टाफ के साथ अस्पताल लौट गईं। डॉ.निधि ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सचिव की पत्नी से माफी मांगने के लिए कहा। डॉ.निधि ने कहा उनकी कोई गलती नहीं है तो वह क्यों माफी मांगे। इसके बाद डॉ. निधि मेडिकल कॉलेज में क्लास में पढ़ाने चली गईं। सूत्रों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ अधिकारी सचिव के घर भी गए, लेकिन उनकी पत्नी ने मिलने से इनकार कर दिया। दोपहर बाद करीब तीन बजे उन्हें स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी आदेश थमाया गया, जिसमें उन्हें सोबन सिंह जीना राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा से संबद्ध करने के लिए कहा गया। डॉ. निधि उनियाल ने इसे बहुत ही आपत्तिजनक मानते हुए कुछ देर बाद ही स्वास्थ्य सचिव को अपना इस्तीफा भेज दिया।