देहरादून: विभिन्न माध्यमों से इस प्रकार की भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग समूह ‘ग’ के दबाव में अपनी भर्तियां नहीं करा पा रहा है। इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि लोक सेवा आयोग में समूह ग की भर्तियों एवं अपनी भर्तियों जैसा कोई विभाजन विद्यमान नहीं है। उत्तराखण्ड शासन द्वारा आयोग की परिधि के अंतर्गत रखी गयीं समूह क, ख एवं ग की समस्त भर्तियां, आयोग की भर्तियां हैं, जिनपर समान तत्परता एवं पूर्व निर्धारित परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराई जाती है। परीक्षा आयोजन के पश्चात निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अंतिम चयन परिणाम घोषित किया जाता है।
शासन द्वारा वर्ष 2022 में आयोग की परिधि में हस्तांतरित की गयी समूह ग की परीक्षाओं के अतिरिक्त, पूर्व से आयोग की परिधि में सम्मिलित समूह ‘ग’ व ‘ख’ की अनेक परीक्षाएं इसके पश्चात् आयोग द्वारा आयोजित कराई गई हैं। जिनमें विगत एक वर्ष में आयोग द्वारा सहायक कुलसचिव परीक्षा, अनुवादक (द्विभाषीय) परीक्षा, वैज्ञानिक अधिकारी, वन क्षेत्राधिकारी परीक्षा आदि के अंतिम चयन परिणाम भी घोषित किए गए हैं व सिविल जज परीक्षा, अधिशासी अधिकारी एवं कर व राजस्व निरीक्षक परीक्षा, समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा, सफाई निरीक्षक, कनिष्ठ अभियन्ता परीक्षा, सहायक अभियन्ता परीक्षा, सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) परीक्षा आदि की विभिन्न चरणों की परीक्षाएं आयोजित की गयी हैं। इनके अतिरिक्त कुछ अन्य परीक्षाओं यथा औषधि निरीक्षक (ग्रेड 2), पशुचिकित्साधिकारी (ग्रेड-2), राजकीय औद्योगिक संस्थानों में प्रधानाचार्य (श्रेणी 2), कार्यदेशक / सर्वेयर शिशक्षु (फॉरमैन अनुदेशक) आदि के विज्ञापन भी आयोग द्वारा जारी किए गए हैं। पी०सी०एस० मुख्य परीक्षा का आयोजन कर परीक्षा परिणाम घोषित किये जाने की कार्यवाही प्राथमिकता के साथ गतिमान है।
वर्तमान में अवर अधीनस्थ परीक्षा हेतु साक्षात्कार की प्रक्रिया गतिमान है, तत्पश्चात् सहायक अभियन्ता, प्रवर अधीनस्थ परीक्षा (पी०सी०एस०) एवं सहायक प्रोफेसर परीक्षाओं के साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे। उक्त के अतिरिक्त सहायक संख्याधिकारी परीक्षा एवं व्यवस्थापक / व्यवस्थाधिकारी पदों के लिए विज्ञापन शीघ्र ही प्रकाशित किया जाना है। अपर निजी सचिव, प्रवक्ता (इण्टर कालेज) एवं प्रधानाचार्य (इण्टर कॉलेज) के पदों हेतु प्राप्त अधियाचनों में कतिपय कमियों के कारण संबन्धित विभागों से पृच्छा की गयी है, जिनका उत्तर प्राप्त होने के पश्चात शीघ्र ही विज्ञापन की कार्यवाही की जाएगी। इसी प्रकार आयोग को हस्तान्तरित कतिपय पदों यथा अनुदेशक आई०टी०आई०, उपनिरीक्षक-पुलिस आदि के लिए भी विज्ञापन प्रकाशन का कार्य गतिमान है।
अतः विभिन्न माध्यमों / समाचार पत्रों से उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा समूह ‘ग’ के दबाव में अपनी भर्तियां ससमय नहीं कराये जाने विषयक सूचनाएं पूर्णतः निराधार एवं असत्य हैं।