ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश में गंगा नदी पर ब्रिटिश शासनकाल में निर्मित प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग वायर रविवार को अचानक टूट गई। जिससे पुल पर होने वाली आवाजाही पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दी गई है। पुल की तार टूटने के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।
हालाँकि टिहरी और पौड़ी जनपदों को जोड़ने वाले इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने की छूट प्रदान की गई थी। अपनी उम्र पूरी कर चुके लक्ष्मण झूला पुल को शासन की ओर से 13 जुलाई 2019 को बंद कर दिया गया था। परन्तु स्थानीय नागरिकों की समस्या को देखते हुए इस पर सिर्फ पैदल चलने की आवाजाही की छूट प्रदान की गई थी। इस पुल का निर्माण 1930 में ब्रिटिश शासनकाल में हुआ था। रविवार को अचानक लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग वायर टूट गई। जिससे पुल पर आवाजाही रोक दी गई है।
बता दें लक्ष्मण झूला के पास ही नये पुल बजरंग सेतु का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। जिसमें खुदाई का काम चल रहा है। कंपनी की ओर से भारी भरकम मशीनें मौके पर लगाई गई हैं। मिट्टी उठाने वाली करीब 600 किलो वजनी बकेट से टकराकर पुल का संतुलन बनाने वाली तार रविवार की दोपहर टूट गई। जिससे पुल का संतुलन बिगड़ गया। सूचना पाकर मुनिकीरेती के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। संभावित खतरे को देखते हुए इसमें आमजन की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। पुल के बंद होने से लक्ष्मण झूला और तपोवन के बीच पैदल संपर्क समाप्त हो गया है।