देहरादून: श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ साइंसेज के सभागार में 13 व 14 अप्रैल 2024 को दो दिवसीय उत्तराखण्ड पैडिकॉन -2024 का आयोजन किया गया। उत्तराखण्ड पैडिकॉन -2024 उत्तराखण्ड राज्य के शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञों का वार्षिक सम्मेलन था। यह सम्मेलन पिछले पांच वर्षों के अन्तराल के बाद आयोजित किया गया।
यह उत्तराखण्ड पैडिकॉन -2024 सम्मेलन इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आई0ए0पी0) व देहरादून सोसाईटी ऑफ पीडियाट्रिक्स के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित करवाया गया।
उत्तराखण्ड पैडिकॉन -2024 का शुभारंभ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण की चेयरपर्सन डॉ. गीता खन्ना, विशिष्ट अतिथि, उपाध्यक्ष, नार्थ जोन, इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, डॉ. सतीश शर्मा, विशिष्ट अतिथि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डॉ. प्रेरक मित्तल व कार्यक्रम के आयोजन चेयरपर्सन व प्राचार्य, एस0जी0आर0आर0आई0एम0एण्डएच0एस0, डॉ. उत्कर्ष शर्मा, कार्यक्रम के आयोजन सचिव व एसोसिएट प्रोफेसर, शिशु एवं बाल रोग विभाग, डॉ. विशाल कौशिक के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
प्राचार्य, एस0जी0आर0आर0आई0एम0एण्डएच0एस0, डॉ. उत्कर्ष शर्मा द्वारा स्वागत अभिभाषण देकर सभी प्रतिभागी का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, डॉ. गीता खन्ना ने अपने सम्बोधन मे कहा कि शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञों (पीडियाट्रिशियनों) का यह उत्तरदायित्व है कि वे अभिभावको को बच्चों की आदर्श परवरिश हेतु मार्गदर्शन प्रदान करें। उन्होंने बाल अधिकार संरक्षण को प्रमुखता से समझाया ताकि प्रत्येक बच्चे को उचित परवरिश व सुरक्षा प्राप्त हो। उन्होनें आभिभावकों को बच्चों के स्क्रीन टाईम(मोबाइल, टी.वी. व वीडियो गेम्स आदि पर बिताए जाने वाले समय) को न्यूनतम करने पर भी जोर दिया।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आई0ए0पी0) .के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी.वी. बसवाराजा ने अपने वीडियो संदेश के माध्यम से इस सम्मेलन को सम्बोधित किया। उन्होने अपने सम्बोधन मे कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन नवीन विचारो, उपचार विधियों, अविष्कारो व ज्ञान को साझा करने के आदर्श मंच है।
सम्मेलन में उत्तराखण्ड राज्य के चार प्रमुख मेडिकल कॉलेजों, हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट, एम्स, ऋषिकेश, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी व श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज (एस0जी0आर0आर0आई0एम0एण्डएच0एस0एस0) से पीडियाट्रिक्स (शिशु एवं बाल रोग विभाग) के स्नात्कोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा पीडियाट्रिक्स विषय पर विभिन्न मेडिकल केस प्रस्तुत किये गये। इसके उपरान्त नवजात शिशुओं में होने वाले संक्रमणों की अत्याधुनिक उपचार विधियों से वरिष्ठ पीडियाट्रिक्स विशेषज्ञों द्वारा सभी को अवगत करवाया गया। पीडियाट्रिक्स विशेषज्ञों द्वारा शिशु एवं बाल रोग विभाग (पीडियाट्रिक्स) के सामान्य विषयों, बच्चों के विभिन्न रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण, शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञों के सामने आने वाली प्रतिदिन की चुनौतियों के समाधान आदि विषयों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाल कर युवा पीडियाट्रिशनों व स्नाकोत्तर( पोस्ट-ग्रेजुएशन) अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के साथ ज्ञान साझा कर बेहतर शिशु एवं बाल रोगों के उपचार का प्रबन्धन सिखलाया गया।
युवा पीडियाट्रिशनों व स्नाकोत्तर( पोस्ट-ग्रेजुएशन) अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने पीडियाट्रिक्स के विभिन्न विषयों पर शोध-पत्र व आकर्षक पोस्टर सम्मेलन में प्रस्तुत किये। शोध पत्र में विजेता ग्राफिक एरा इस्टीटयूट आॅफ मेडिकल साइंसेज की डॉ. आयुषि जोशी व उप विजेता डॉ. दीक्षा गुप्ता चुने गये। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता में विजेता एस0जी0आर0आर0आई0एम0एण्डएच0एस0एस0 की डॉ. आयुषि बंसल व उप विजेता एम्स, ऋषिकेश की डॉ. अदिति चुने गये।
सम्मेलन में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली व हरियाणा से आये 200 से अधिक शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञों (पीडियाट्रिशियनों) व स्नाकोत्तर( पोस्ट-ग्रेजुएशन) अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
सम्मेलन को सफल बनाने में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स उत्तराखण्ड के अध्यक्ष डॉ. अशंक ऐरन, सचिव डॉ. हंस वैश्य व कोषाध्यक्ष डॉ. रवि सहोता, डॉ. रागिनी सिंह, डॉ. बिन्दु अग्रवाल, डॉ. श्रुति कुमार, डॉ. आशीष सेठी, डॉ. प्रमिला, डॉ. तन्वी खन्ना, पीडियाट्रिक्स पी0जी0 छात्र-छात्राओं व इंर्टन डॉक्टरों का विशेष सहयोग रहा।
इस अवसर पर डॉ. विपिन वैश्य, डॉ. मनीष जैन, डॉ. लतिका जोशी, डॉ. अनिल रावत, डॉ. अल्पा गुप्ता, डॉ. गिरीश गुप्ता, डॉ. आशीष सिमल्टी, डॉ. ऋतु रखोलिया, डॉ. सुमित वोहरा, डॉ. अरूण कुमार, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. श्रीपर्णा वसु जैसे वरिष्ठ पीडियाट्रिशियन भी उपस्थित थे।