देहरादून: पिछले कुछ हफ़्तों में भारत में सब्जियों की कीमतों में तेज़ी से वृद्धि हुई है। मानसून की शुरुआत से पहले ही हरी सब्जियों की कीमतों में उछाल ने किसानों, मंडी व्यापारियों और आम जनता दोनों को काफी प्रभावित किया है। टमाटर का भाव फुटकर बाजार में दोगुना पहुंचने के साथ 80 रुपये किलो हो गया है। अन्य सब्जियों के दामों में भी वृद्धि होने से उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। फुटकर बाजार में कुछ दिन पहले तक 40 से 50 रुपये तक बिकने वाला टमाटर अब 80 रुपये किलो पहुंच गया है। आलू भी 40 रुपये किलो बिक रहा है।
अन्य सब्जियों के दामों में भी उछाल आने से उपभोक्ताओं की रसोई का बजट बिगड़ रहा है। निरंजनपुर मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि बंगलूरू और महाराष्ट्र से टमाटर की आवक काफी कम हो रही है। इसकी वजह से टमाटर महंगा हो गया है। मंडी सचिव ने बताया कि अन्य सब्जियों की आवक पर भी बारिश का असर पड़ा है।
10 दिनों में दाम कम होने की संभावना
निरंजनपुर मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि बंगलूरू और महाराष्ट्र से नई टमाटर की फसल आगामी 10 दिनों में तैयार हो जाएगी। बारिश कम होते ही आवक बढ़ने से कीमतें गिरने लगेंगी। यूपी और अन्य जगहों से भी बारिश कम होते ही आवक बढ़ने की उम्मीद है।
मौसम में आए बदलाव, खासकर अनियमित बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण सब्जियों की पैदावार पर काफी असर पड़ा है। इससे बाजार में सब्जियों की आपूर्ति कम हो गई है। साथ ही, बढ़ती कृषि लागत ने भी कीमतों में बढ़ोतरी में योगदान दिया है। इन बढ़ती लागतों के बावजूद, किसानों को खराब गुणवत्ता वाले बीजों के कारण कम पैदावार का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें कम लाभ मिल रहा है। नतीजतन, कई किसान धान और मक्का जैसी दूसरी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं।
सब्जियों के दाम
सब्जी थोक फुटकर
आलू 24-25 40
टमाटर 40 80
प्याज 35 60
लहसून 120-150 240
फ्रेंच बीन्स 60 120
भिंडी 25 40
शिमला मिर्च 40-50 80
अदरक 150 240