टिहरी: नौली गांव वासियों की आंखों से नींद गायब थी। हर कोई मंगलवार की सुबह होने का बेसब्री से इंतजार करता रहा। जैसे ही शहीद गौतम लाल का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर घर लाया गया, लोग भावुक हो गए। गांव सहित पूरी टिहरी शोक में डूबी है। 24 वर्षीय पैराट्रूपर जवान गौतम लाल ने जनवरी में घर आने का मां से वादा किया था। लेकिन उससे पहले ही वह नागालैंड में शहीद हो गया। पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंच गया है। शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए गांव में भारी भीड़ उमड़ी रही। जैसे ही तिरंगे में लिपटकर शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो पूरा गांव रो पड़ा।
नागालैंड में मोन जिले में हुई फायरिंग के दौरान 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल शहीद हो गए थे। शहीद गौतम लाल सहित उनके परिवार में 5 भाई एवं 2 बहनें हैं। गौतम अपने घर के सबसे छोटा थे। गौतम लाल ने इंटर जीजीआईसी हिंसराखाल से किया था। आज सुबह साढ़े साढ़े 6 बजे एम्स ऋषिकेश से उनका पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव टिहरी के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) लिए रवाना हुआ था।