लूट में शामिल होने और घर में हथियार रखे होने के संदेह में जांच के लिए गयी एसओजी टीम पर हमला करने वाले चार आरोपी दबोच लिये गये हैं। मुख्य आरोपी अब भी फरार है, उसकी और अन्य की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। छह संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। रुद्रपुर में 12 जुलाई को सेल्समैन से लगभग 12 लाख रुपये की लूट हुयी थी।
इसके खुलासे में जुटी एसओजी टीम को वारदात के दौरान घटनास्थल पर चालू कुछ संदिग्ध फोन की लोकेशन दिनेशपुर में मिली थी। इसे लेकर टीम कुछ दिन से दिनेशपुर में जांच कर रही थी। शनिवार रात मुखबिर से एसओजी को सूचना मिली कि लूट के तार जगदीशपुर गांव के निरंजन मंडल से जुड़े हैं, उसके घर हथियारों का जखीरा होने की आशंका भी जतायी गयी।
इस पर एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट के निर्देश पर टीम प्रभारी सुरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक टीम देर शाम निरंजन मंडल के घर पर पहुंची। टीम को देखते ही निरंजन घर की खिड़की तोड़कर भाग निकला। उसकी पत्नी चंपा ने घर में बदमाशों के घुसने का शोर मचा दिया। इस पर गांव के लोग जुट गये और टीम को बंधक बनाकर मारपीट शुरू कर दी।