ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मंदिर विवाद के मामले में कोर्ट के आदेश पर अधिवक्ता कमिश्नर द्वारा सर्वे और फोटोग्राफी का काम शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। सर्वे पूरा होने के बाद दोनों पक्षों की ओर से बड़े-बड़े दावे किए गए। बताया जा रहा है कि सोमवार को सर्वे के दौरान वजूखाने के सामने 12.8 फीट व्यास का शिलविंग मिला है। यह शिवलिंग नंदी के सामने हैं। जिसके बाद कोर्ट ने उस जगह को सील करने का आदेश दे दिया।
वजूखाना अब CRPF के हवाले
गौरतलब है कि अब इस मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। अब इस मामले में वजूखाने को अब सीआरपीएफ के हवाले कर दिया गया है। अब इस याचिका पर अलग से सुनवाई होगी। अपने आदेश में वाराणसी कोर्ट ने कहा, ‘जिला अधिकारी DM, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ CRPF कमांडेंट को आदेशित किया जाता है कि जिस स्थान को सील किया गया है, उस स्थान को संरक्षित और सुरक्षित रखने की व्यक्तिगत जिम्मेदारी उपरोक्त समस्त अधिकारियों की व्यक्तिगत रूप से मानी जाएगी।
वजू पर लगाई पाबंदी
बता दे कि, सोमवार को मस्जिद परिसर का सर्वे पूरा हो गया है। सर्वे के बाद दावों पर तूफान खड़ा हो गया। तीसरे और आखिरी दिन सर्वे का काम पूरा करते ही जैसे ही टीम बाहर आई तो हिंदू पक्ष शिवलिंग मिलने का दावा करने लगे. हिंदू पक्ष के मुताबिक, जैसे ही वजूखाने का पानी निकाला गया, सभी झूम उठे, क्योंकि वहां 12.8 फीट व्यास का शिवलिंग था। इसके अलावा वाराणसी के डीएम कौशल राज ने वजू पर भी पाबंदी लगा दी है।
12.8 फीट व्यास का मिला शिवलिंग
बताया जा रहा है कि यह शिवलिंग 12 फीट 8 इंच लंबा बड़ा है. यह नंदी के सामने पाया गया है। इसकी गहराई बहुत अधिक है। मामले की रिपोर्ट 17 मई को कोर्ट में पेश की जाएगी. सर्वे के तीसरे दिन कड़ी सुरक्षा के बीच सर्वे टीम ने मस्जिद में प्रवेश किया था। इस दौरान इलाके को भी सील कर दिया था और 2 किमी तक फोर्स को तैनात कर दिया गया था। मुस्लिम पक्ष वाराणसी कोर्ट के सर्वे के आदेश के खिलाफ सुपी्रम कोर्ट पहुंच गया है। नंदी के ठीक सामने ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर वजू खाने में शिवलिंग मिला है। वजू खाने का पहले पानी खाली कराया गया। बताया गया कि जैसे ही शिवलिंग मिला, परिसर में हर-हर महादेव का नारा लगने लगा।