देहरादून: वरिष्ठ पत्रकार आर पी नैनवाल का ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के अस्पताल में अंतिम सांस ली। नैनवाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया में कई साल तक काम किया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री धामी सहित कई पत्रकार संगठनों ने दुख जताया। छोटे शहरों कस्बों और फ्रीलांस पत्रकारों के समाजिक सुरक्षा और उनकी पेंशन के मुद्दों की मांग पर हमेशा मुखरता से सरकार के सम्मुख खुलकर अपनी बात रखते थे तथा पत्रकारो के हितों की बात करने में हमेशा आगे रहते थे।
ताया जा रहा है कि आर पी नैनवाल पत्रकारो के हितों की बात करने में हमेशा आगे रहते थे। वह छोटे शहरों कस्बों और फ्रीलांस पत्रकारों के समाजिक सुरक्षा और उनकी पेंशन के मुद्दों की मांग को हमेशा मुखरता से सरकार के सम्मुख खुलकर अपनी बात रखते थे। उनके निधन पर प्रेस क्लब आफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने कहा कि नैनवाल, बहुत व्यापक दृष्टिकोण के पत्रकार होने के साथ ही उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल तक पहुंचाने वाले पत्रकारों में शुमार होते थे। वे बेहद सरल और मृदुभाषी होने के साथ राज्य बनने के बाद निर्भीकता से सत्ता और सरकारों के कामकाज पर बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से देश और उत्तराखण्ड की पत्रकरिता का एक बड़ा स्तंभ ढह गया।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ पत्रकार आर.पी नैनवाल के आकस्मिक निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने वरिष्ठ पत्रकार नैनवाल के निधन पर दुःख व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है।