(दुःखद): सिक्किम हादसे में देवभूमि का लाल शहीद, परिवार में मचा कोहराम

हल्द्वानी: सिक्किम के जेमा में हुए सड़क हादसे में 16 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें उत्तराखंड का भी एक जवान शामिल हैं, जो कि इस सड़क हादसे में शहीद हो गया है। रविंद्र सिंह थापा जो कि पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में सेना का वाहन पलटने पर वह सड़क हादसे में शहीद हो गए हैं  इसकी सूचना मिलने के बाद से जवान के घर में कोहराम मच गया है।

जानकारी के अनुसार मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के रहने वाले रविंद्र सिंह थापा शुक्रवार को सिक्किम में हुई सेना के वाहन की दुर्घटना में शहीद हो गए है। शहीद रविन्द्र सिंह अपने पीछे पत्नी कमला देवी, 10 वर्षीय बेटे पीयूष और 3 वर्षीय मासूम बेटी इशिका समेत भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। बताते चलें कि वर्तमान में शहीद रविन्द्र का परिवार पंचायत घर क्षेत्र रामपुर रोड हल्द्वानी में रहता है। उनके बड़े भाई लोकेंद्र भी सेना में हैं। आपको बता दें कि रवींद्र सिंह बीते आठ दिसंबर को अपने चाचा भूपेंद्र थापा के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए धारचूला आ रहे थे मगर हल्द्वानी पहुंचने पर उन्हें यूनिट की ओर से तुरंत वापस बुला लिया गया था।

शहीद रविंद्र सिंह थापा के चाचा भूपेंद्र थापा ने बताया कि रविंद्र के पिता का पहले ही निधन हो चुका है। उनकी पत्नी और बेटा-बेटी हल्द्वानी में रामपुर रोड पंचायत घर के पास रहकर पढ़ाई करते हैं।  उन्होंने बताया कि रविंद्र 2007 में सेना में भर्ती हुए थे। वो अलग-अलग कई जगह तैनात रहे हैं। जानकारी के अनुसार रविंद्र सिंह थापा का पार्थिव शरीर शनिवार को दिल्ली एयरपोर्ट लाया जाएगा। उसके बाद पंतनगर एयरपोर्ट लाया जाएगा। रविंद्र सिंह थापा के चाचा भूपेंद्र थापा ने बताया कि पंतनगर से उनके पार्थिव शरीर को धारचूला उनके मूल निवास ले जाया जाएगा।

शहीद रविंद्र सिंह थापा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव के श्मशान धारचूला में किया जाएगा। रविंद्र सिंह थापा के शहीद होने के बाद उनके परिजनों में जहां कोहराम मचा हुआ है, वहीं उनके गांव में भी मातम पसरा हुआ है। रविंद्र सिंह थापा के शहीद होने की खबर के बाद उनके घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है।

वहीं हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्घटना में सेना के जवानों की मौत पर दुख जताया। सेना ने एक बयान में कहा, ‘उत्तर सिक्किम के जेमा में 23 दिसंबर को सेना के ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से भारतीय सेना के 16 बहादुर कर्मियों की जान चली गई। तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। ‘जान गंवाने वाले सैन्यकर्मियों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।

 

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