ऊखीमठ: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन 1 नवम्बर को होगा। इस दिन होने वाले एक दिवसीय तुंगनाथ महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। तुंगनाथ महोत्सव के आयोजन को लेकर क्षेत्र में उत्साह बना हुआ है। इस बार तुंगनाथ महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया जायेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा निमन्त्रण भेजा गया है साथ ही शीघ्र ही ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री को न्यौता देने देहरादून रवाना होगा।
तुंगनाथ महोत्सव के सफल आयोजन के लिए विभिन्न उप समितियों का गठन कर मक्कूमठ के ग्रामीणों को जिम्मेदारियां दी जा रही है। इस बार भगवान तुंगनाथ के कपाट 30 अक्टूबर को विधि – विधान से शीतकाल के लिए बन्द किए जायेंगे। कपाट बन्द होने के बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना होगी और सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य करते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। 31 अक्टूबर को चोपता से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पडा़व पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए भनकुण्ड पहुंचेगी । उन्होंने बताया कि 1 नवम्बर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भनकुण्ड से शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना होगी। एक दिवसीय तुंगनाथ महोत्सव में स्थानीय व उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा।