- ऑपरेशन मुक्ति अभियान एक मार्च से 31 मार्च तक
- बच्चों को रेस्क्यू कर उनका स्कूलों में दाखिला कराये जाने हेतु कार्यवाही की जायेगी
- भिक्षावृत्ति की सूचना डायल 112 पर दें
देहरादून: बच्चों से करायी जा रही भिक्षावृत्ति, बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम, बच्चों को अपराध में संलिप्त होने से रोकने एवं उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किये जाने हेतु ’’ऑपरेशन मुक्ति’’ अभियान एक मार्च से 31 मार्च तक प्रदेश के समस्त जनपदों व रेलवेज में चलाया जायेगा। समस्त जनपदों में एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा उक्त अभियान को चलाया जायेगा। रेलवेज में भी एक टीम का गठन किया जायेगा।
अभियान हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों/स्वयं सेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जायेगा। अभियान जनपद के मुख्य-मुख्य स्थान जहां बच्चों द्वारा द्वारा भिक्षावृत्ति की जाती है, पर चलाया जायेगा। अभियान में भिक्षावृत्ति/कूड़ा बीनने/गुब्बारे बेचने आदि कार्यों में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर उनका विद्यालयों में दाखिला कराये जाने हेतु कार्यवाही की जायेगी।
समस्त स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों आदि स्थानों पर बच्चों को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूकता अभियान चलाकर जनता को जागरूक किया जायेगा। आम जन भी इस अभियन में सहयोग कर सकते हैं। बच्चों द्वारा की जा रही भिक्षावृत्ति की सूचना डायल 112 पर दी जा सकती है।
बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने, किसी भी प्रकार के गैंग के प्रकाश में आने अथवा किसी अपराध का होना पाये जाने पर तत्काल किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल व संरक्षण) अधिनियम, धारा 370 भादंवि, उ0प्र0 भिक्षावृत्ति प्रतिषेध अधिनियम 1975 आदि अन्य सम्बन्धित धाराओं व अधिनियमों में वैधानिक कार्यवाही की जायेगी ।
वर्ष 2017 से चलाये जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान में 7670 बच्चों को भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किया गया, जिनमें से 3603 बच्चों का विद्यालयों में दाखिला कराया गया।