- किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
- 11 करोड़ की योजनाओं में अनियमितताओं पर पत्र
- कार्रवाई करने का मांग
- बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं लोग
- प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है जल जीवन मिशन
देहरादून: टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने जाखणीधार क्षेत्र में 11 करोड़ की जल जीवन मिशन की पेयजल योजनाओं को लेकर सवाल उठाते हुये मुख्यमंत्री धामी और जिले के प्रभारी मंत्री डा. प्रेम चंद अग्रवाल को पत्र लिखा है। इससे टिहरी विधानसभा में जल जीवन मिशन की योजनाओं में भारी धांधली सामने आने के आसार हैं।
विधायक उपाध्याय ने जाखणीधार ब्लाक में पेयजल के गम्भीर संकट सहित जाखणीधार में जल जीवन मिशन के लगभग 11 करोड़ की योजनाओं के कार्यों में व्याप्त अनियमितताओं के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिले के प्रभारी मंत्री अग्रवाल को पत्र लिखकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। विधायक के सीएम धामी व जिले के प्रभारी मंत्री को लिखे पत्र में अवगत कराया गया है कि जल जीवन मिशन हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की महत्वाकांक्षी योजना है।
उन्होंने पीने की पानी की महत्ता को उदाहरण देते हुए पत्र में यह भी लिखा है कि मैंने राज्य और टिहरी के सरोकारों को लेकर जब लम्बी भूख हड़ताल की और जल ग्रहण न करने का अल्टीमेटम दिया तो राज्य के वरिष्ठ चिकित्सकों के प्रतिनिधि मण्डल ने मुझे ऐसा न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि तीन दिन के बाद पानी न लेने से शरीर का कोई भी महत्वपूर्ण अंग फेल हो सकता है। जीवन संकट में पड़ सकता है। प्राण वायु के बाद जल और उसके बाद अन्न के बिना जीवन सम्भव नहीं है।
इसके साथ ही लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जल की महत्ता को समझते हुए जल प्रबंधन को प्राथमिकता दी, जो मोदी माडल के रूप में विख्यात रहा। लेकिन टिहरी के जाखणीधार की बात की जाय, तो टिहरी बांध की आधारशिला जाखणीधार में है, पावर हाउस भी जाखणीधार में है। अत्यंत दुख की बात है कि जल जीवन मिशन पर 11 करोड़ की भारी-भरकम राशि खर्च करने के बाद भी यहां के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।