देहरादून में विजय दिवस के मौके पर उत्तराखंड पहुंचे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली में देहरादून के परेड ग्राउंड में ऐतिहासिक जन सैलाब देखने को मिला। देहरादून की कांग्रेस की रैली मैं सच में बीजेपी की मोदी की रैली से ज्यादा भीड़ नजर आई। कांग्रेस देहरादून से एक मैसेज देने में कामयाब साबित हुई रैली में जितने अंदर लोग थे इतने लोग बाहर भी घूम रहे थे।
लेकिन यह बात भी सही है कि जहां बीजेपी की रैली देहरादून और हरिद्वार यानी दो जिलों की थी वही कांग्रेस ने पूरे प्रदेश से यानी 70 विधानसभाओं से अपने तमाम नेताओं कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर देहरादून बुलाया यानी उत्तरकाशी से लेकर धारचूला और उधम सिंह नगर से लेकर चकराता तक के तमाम नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी जिसके चलते कांग्रेस की रैली बीजेपी की मोदी की रैली से बड़ी रैली दिखाई दी।
लेकिन कांग्रेस ने एकजुटता दिखाते हुए देहरादून की रैली को सफल बनाया है और पहली बार राहुल की रैली में इतनी भीड़ नजर आई है साफ है पहले भी उत्तराखंड में राहुल गांधी की रैलियां हुई हैं उस समय अलग-अलग जगहों पर रैलियां आयोजित होती तो कांग्रेसी अलग-अलग जगह पर अपने-अपने क्षेत्रों में भीड़ जुटाने की कोशिश करते लेकिन वर्तमान में कांग्रेस के आगे सत्ता में आने के लिए करो या मरो जैसी स्थिति है ऐसे में देहरादून की रैली को उन्होंने चुनाव अभियान की प्रमुख रैली बनानी थी जिसको देखते हुए प्रदेश भर के नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी और उस जिम्मेदारी को कांग्रेस के तमाम नेताओं ने बखूबी अंजाम दिया है कुल मिलाकर भीड़ के मामले में राहुल गांधी की रैली ने मोदी की रैली को पछाड़ दिया है।