देहरादून: इस राज्य में वैसे तो हर मुख्यमन्त्री के खिलाफ आवाज़ उठने लगती है पर इस राज्य की जनता गलती सुधारने की भी आवाज उठाती है।
आज फिर आवाज उठ रही है। त्रिवेंद्र जैसे कड़क को कमान सौंप दो। ऐसे कड़क त्रिवेंद्र को कमान दो जिसने राजद्रोही को जेल भेजा, जिसने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी और अब ये क्या हो रहा है? त्रिवेंद्र ने राज्य के हर इंसान को अटल आयुष्मान योजना का हकदार बनाया जिसमे 5 लाख का मुफ्त इलाज हर घर के हर इंसान का है। देश में ऐसा तो कहीं नहीं हुआ।
ये वही त्रिवेंद्र हैं जिन्होंने घोषणा की कि गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी है। ये वही त्रिवेंद्र हैं जिन्होंने 13 जिलों में 13 पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बनाई। ये वही त्रिवेंद्र हैं जिन्होंने जिन्होंने श्राइन बोर्ड की तर्ज़ पर देवस्थानम बोर्ड बनाया।
फैसले इनके बहुत बड़े और गिनती में 15 बड़े और रहे हैं। 5 से 6 बड़े फैसले जो आम जन हैं वो लिखे हैं।
कालाबाज़ारी बंद की, मंत्रियों की मनमानी बंद की, घूसखोरी बंद की, दलालों को घुसने नहीं दिया। देश के सबसे बड़े दलाल को जेल में घुसा दिया।
उस त्रिवेंद्र के फैसलों पर गौर करो। गौर करो आप सब।
हमको वही त्रिवेंद्र चाहिए जो दलाल, चोर, मक्कार, भूमाफिया को भगाये। हमको गैरसैंण दे। हमको पहाड़ दे।