भू-वैज्ञानिक डॉ.सती को ‘रियल हीरोज’ सम्मान, राज्यपाल गुरमीत सिंह ने किया सम्मानित

श्रीनगर गढ़वाल:  वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के रानीचौरी परिसर में बेसिक एवं सोशल साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ भू- वैज्ञानितक डॉ. एसपी सती को रियल हीरोज पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान प्रदेश के राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) ने प्रदान किया है। डॉ. सती हिमालयी पर्यावरण के क्षेत्र में दो दशक से भी अधिक समय से निरंतर शोध कार्य कर रहे हैं.

जनपद चमोली के पोखरी ब्लॉक स्थित देवस्थानम गांव निवासी स्व. सच्चिदानंद सती व विश्वंवरी देवी के बेटे सरस्वती प्रकाश सती को बचपन से ही से हिमालय से लगाव रहा। 1995 से उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय के भू-गर्भ विज्ञान विभाग में शिक्षण कार्य शुरू किया जो 2017 तक जारी रहा। डॉ. सती 2018 से वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के रानीचौरी परिसर में बेसिक एवं सोशल साइंस विभाग में सेवारत हैं। वर्तमान में वह विभागाध्यक्ष का दायित्व संभाल रहे हैं।

इससे पहले डॉ. सती ने एक साल तक भरसार विश्वविद्यालय के कुलसचिव का दायित्व भी संभाला। वे भारतीय भू-विज्ञान यूनियन, भारतीय भूकंप विज्ञान सोसायटी व भारतीय भू-वैज्ञानिक सोसायटी के फैलो हैं। साथ ही एक दर्जन से ज्यादा भू-वैज्ञानिक संगठनों के सदस्य भी हैं।

वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉ. एसपी सती इटली, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका सहित विश्व के कई देशों में अपने व्याख्यान दे चुके हैं। भारत में 60 से अधिक सेमीनारों में हिस्सा लेने के साथ ही व्याख्यान दे चुके हैं। डा. एसपी सती के जल विद्युत परियोजनाओं के पर्यावरणीय प्रभावों, हिमालयी ग्लेशियरों से लेकर प्राकृतिक आपदाओं, प्रचलित विकास मॉडलों पर उनके अनेक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। 2013 में आई केदारनाथ आपदा पर प्रकाशित उनके शोध पत्र पर उत्तराखंड ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में बड़ी चर्चा हुई थी

 

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