उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। रावत ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने के उनके अनुरोध को स्वीकार कर लेने का आग्रह किया है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा है, राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है व पुष्कर धामी के रूप में युवा नेतृत्व मिला है। बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में मुझे विधानसभा चुनाव-2022 नहीं लड़ना चाहिए।
आपको बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव लड़ने पर काफी समय से सस्पेंस था। हालांकि, अब वह खुद चुनाव न लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने हाईकमान से आग्रह किया है की वो उन्हें चुनाव ना लड़ाया जाए, वह राज्य में फिर से भाजपा की सरकार लाने के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहते हैं इसलिए उन्हें इस बार चुनाव नहीं लड़ाया जाए।
बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्तमान में देहरादून की डोईवाला विधानसभा से सीट से विधायक हैं। रावत डोईवाला सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां से वह तीन बार 2002, 2007 और 2017 का चुनाव जीते लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के सामने रावत को इस बार टिकट दिए जाने को लेकर असमंजस है, क्योंकि उन्हें बीच कार्यकाल में ही सीएम पद से हटाया गया था। यही नहीं, रावत के कई फैसले धामी और तीरथ सिंह सरकार में बदले भी गए थे।
प्रदेश में 14 फरवरी को चुनाव होना है और भाजपा वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने जा रही है। ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर करने के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।