देहरादून: राजधानी देहरादून में बादल फटने से आई तबाही के मंजर हर एक दिल दहला रहे हैं। आपदा के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस टीम लगातार मकान के नीचे दबे पारिवारिक सदस्यों की तलाश में जुटी थी। मालदेवता के सरखेत में मकान के नीचे दबे एक ही परिवार के पांच सदस्यों में से 3 के शव बरामद कर लिए गए हैं। अब भी 2 लोगों की तलाश जारी है। गाँव में रेस्क्यू कार्य जारी है।
शनिवार तड़के बादल फटने के बाद सरखेत गांव में दिनेश चंद्र कैंतुरा का मकान मलबे में दब गया था। इस दौरान घर में सो रहे सात लोग दब गए थे। इनमें तीन लोग दिनेश के परिचित थे, जो टिहरी गढ़वाल से आए थे। इनमें जैत्वाड़ी निवासी राजेंद्र राणा और उनकी पत्नी अनिता राणा के शव रविवार को बरामद किए गए थे। जबकि पांच अन्य व्यक्तियों की तलाश जारी थी। जिनमे से आज 3 के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि अभी भी अन्य लोगों की तलाश जारी है।
बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस टीम लगातार मकान के नीचे दबे पारिवारिक सदस्यों की तलाश में जुटी थी। बुधवार को पोकलैंड से मलबा साफ करते हुए दो शव बरामद हुए। वहीं घटना के बाद क्षेत्र की सड़कें और पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।
शवों की पहचान निम्नानुसार हुई है…
- राजेंद्र सिंह राणा पुत्र श्री रणजीत सिंह राणा आयु 40 वर्ष, निवासी जैंदवाड़ी टिहरी गढ़वाल
- सुरेंद्र सिंह पुत्र श्री बीर सिंह आयु 45 वर्ष निवासी टिहरी गढ़वाल
- विशाल पुत्र श्री रमेश आयु 15 वर्ष निवासी भैंसवाड़ा।
मालदेवता क्षेत्र में एसडीआरएफ ने मंगलवार को ट्रिपल आपरेशन चलाया। इसके अंतर्गत सांग नदी में सर्च अभियान चलाया गया। वहीं, नदी के दोनों किनारों पर डाग स्क्वाड के माध्यम से सर्च अभियान चलाया गया।
जबिक विशेषज्ञ फ्लड रेस्क्यू टीम ने राफ्ट के माध्मय से मालदेवता से हरिद्वार तक सर्च अभियान चलाया। मौसम विभाग की ओर से जारी यलो अलर्ट को देखते हुए रेस्क्यू टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।