देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट एक्सबीबी 1.5 (XBB-1.5) स्वरूप का एक नया मामला पाया गया है जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। खतरे की बात यह है कि कोविड-19 का यह वैरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, जिन्हें टीका लगाया गया है। ये अब तक का सबसे तेज फैलने वाला वैरिएंट बताया जा रहा है। इसकी रफ्तार पहले के वैरिएंट से 104 गुना ज्यादा तेज है।
जानकारी के अनुसार अमेरिका से लौटे देहरादून के एक युवक का दिल्ली एयरपोर्ट पर एहतियात के तौर पर सैंपल लिया गया है। जो जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया था। युवक के सैंपल की देहरादून में जिनोम सीक्वेंसिंग की गई जिसमें एक्स बीबी 1.5 वैरियंट की पुष्टि हुई है। युवक में कोरोना से संबंधित किसी तरह की कोई लक्षण भी नहीं दिखाई देते थे। राज्य कोविड कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी डॉ पंकज सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कमार का कहना है कि प्रदेश में अभी तक नए वैरिएट का कोई मामला सामने नहीं आया है। 30 दिसंबर से अब तक के मरीजों की जीनोम सीक्वसिंग चल रही है।
भारतीय सार्स कोच-2 जिनोनिकी संगठन (इसाकोग) के मुताबिक अब देश में वायरस के इस वेरिएंट से संबंधित मामलों की कुल संख्या आठ हो गई है। इसाकोग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में स्ट्रेन का नया मामला उत्तराखंड में मिला है। इससे पहले गुजरात में तीन, कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में एक-एक मामले मिले थे। एक्सबीबी 1.5 स्ट्रेन, ओमिक्रॉन एक्सबीबी वेरिएंट का रिश्तेदार है. जोकि ऑमिक्रॉन चीए 2.10.1 और बीए 2.75 का मिलाजुला रूप है।