बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर शहर में महिला समेत 3 बच्चों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। बागेश्वर शहर के समीपवर्ती गांव घिरोली, जोशीगांव में किराये के मकान में रहने वाले कपकोट तहसील के भनार निवासी भूपाल राम के परिवार के 04 सदस्यों द्वारा कि गयी सामुहिक आत्महत्या के कारणों का शनिवार को खुलासा करते हुये एसपी बागेश्वर हिमांशु कुमार वर्मा ने बताया कि पुलिस को मौके से 6 पन्नो का एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है मृतका अंजली ने सुसाइड नोट में साफ साफ लिखा है, कि घर कि आर्थिक स्थिति काफी खराब चल रही थी, घर में खाने के लिए राशन तक नही था बच्चे पिछले 4 दिनों से भूखे थे।
उसका पति भूपाल राम 01 मार्च से फरार चल रहा है सुसाइड नोट में आगे लिखा था भूपाल राम के देनदार लगातार घर में आकर उसको और बच्चों को लगातार डरा धमका रहे थे देनदारों के द्वारा लगातार टार्चर किये जाने के कारण पूरा परिवार काफी दबाव में जी रहा था सुसाइड नोट में पैसे मागने वाले देनदारों के नाम लिखे गये है,एसपी बागेश्वर ने सुसाइड नोट के आधार पर मौत के लिए विवश करने वालों पर एक मुकदमा लिखा गया है, सुसाइड नोट में लोकल बागेश्वर कोतवाली पुलिस का सहयोग नही मिलने का भी जिक्र है तथा पुलिस पर भी डराने धमकाने का आरोप लगाया गया था एसपी ने बताया सुसाइड नोट के आधार पर बागेश्वर प्रभारी निरीक्षक को लाईन हाजिर कर दिया गया है, मामले कि विवेचना बागेश्वर कोतवाली से हटा कर कपकोट कोतवाली को दे दी गयी है।
सुसाइड नोट में नीमा देवी पर सामुहिक आत्महत्या करने वाले परिवार पर पैसे मांगने व अत्यधिक दबाव बनाने का जिक्र हैं, जिस पर पुलिस ने नीमा देवी के विरुद्ध एक मुकदमा दर्ज किया है, आगे विवेचना जारी है, तथा परिवार के मुखिया भूपाल राम से पुलिस पूछताछ कर रही है कुल मिलाकर पति के कर्मों की सजा पत्नी व मासूम बच्चों को अपनी जान देकर भुगतनी पड़ी।