देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में सियासी हलचल रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। धारचूला विधायक हरीश धामी ने कांग्रेस को बागी तेवर दिखा दिए। कांग्रेस छोड़ने का संकेत देते हुए उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे हमेशा नीचा दिखाने का काम किया। मैंने कांग्रेस के लिए सब कुछ किया। हरीश धामी ने साफ कर दिया हैं कि वो बहुत आहत हैं उन्होंने हरीश रावत के लिए 2014 में विधायकी छोड़ी थी लेकिन उन्हें क्या मिला, उनके अनुसार मुझे परेशान करने के लिए मुझे नीचा दिखाने के लिए मेरा नाम प्रदेश सचिव कि लिस्ट में डाल दिया गया जबकि हारे हुए विधायकों को महामंत्री बनाया गया था। धामी ने यह भी कहा कि वह क्षेत्रीय लोगों से बात कर अगला कदम उठाएंगे।
नए चेहरों पर खेला गया पार्टी का यह दांव मुश्किल साबित होगा या कारगर, यह तस्वीर आने वाले दिनों में साफ होगी, लेकिन फिलहाल असंतोष को थामने की चुनौती है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव 17 अप्रैल को उत्तराखंड दौरे पर आएंगे, पार्टी कोशिश कर रही है कि इस दौरान असंतोष पर काबू पाया जाए। लेकिन मुझे हमेशा नीचा दिखाने का प्रयास किया गया। इसलिए मैंने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया है। धामी ने यह भी कहा कि वह क्षेत्रीय लोगों से बात कर अगला कदम उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार जीते विधायक को उप नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया। धामी ने कहा कि पार्टी ने कभी मुझे सम्मान नहीं दिया।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में की गई नियुक्तियों को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है। आज बुधवार को पार्टी के 10 विधायक बैठक करने वाले हैं। बैठक कहां होगी, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन इससे स्पष्ट है कि राज्य में पार्टी गहरे संकट में है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह की मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के साथ मुलाकात के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस में टूट हो सकती है और बागी विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीटें जीती हैं।