हल्द्वानी: बुधवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने महिला चिकित्सालय, हल्द्वानी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त दीपक रावत ने मरीज को बाहर से दवा लिखने पर डॉक्टर का मांगा स्पष्टीकरण।
आयुक्त ने डाक्टरों का ड्यूटी रोस्टर चिकित्सालय में चस्पा करने के दिये निर्देश साथ ही बायोमेट्रिक मशीन खराब होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। आय़ुक्त ने कहा कि चिकित्सालय में बायोमेट्रिक हाजिरी का बाद ही आहरित हो वेतन। मण्डल के काफी चिकित्सालय से प्रायः शिकायत मिल रही है कि चिकित्सक अधिकांशतः अवकाश पर रहते है जिससे आमजन को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा चिकित्सालय में दवा उपलब्ध ना होने पर आम जनमानस को जनऔषधि की दवायें लिखी जांए जिससे आमजन किफायती दाम में दवा खरीदकर अपना उपचार करा सके।
आयुक्त द्वारा जन औषधि केंद्र के निरीक्षण में आयरन सिरप की जानकारी पूछने पर फार्मासिस्ट ने बताया कि शिशु की आयरन सिरप उपलब्ध नहीं है। इस सम्बंध में उन्होंने बाल रोग विशेषज्ञ से कहा कि उपलब्ध सिरप शिशुओं के लिए उपयुक्त है या नहीं, इसकी जानकारी 11 मई को साय 4 बजे तक कैम्प कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। बाल रोग विशेषज्ञ ने 20 माह के शिशु को बाहर से आर्युवेदिक सिरप लिखी थी जी सम्बंध में आयुक्त ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सालय से उक्त सिरप क्यूं नहीं दी गई।
निरीक्षण दौरान आयुक्त ने बोयोमेट्रिक मशीन के खराब होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिये कि बोयोमेट्रिक मशीन तत्काल ठीक करायें साथ ही बायोमेट्रिक मशीन में उपस्थिति के अनुसार ही वेतन आहरण किया जाय।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि एक डाक्टर को 30 अप्रैल 2023 को रामगढ चिकित्सालय हेतु कार्यमुक्त किया है लेकिन उक्त डाक्टर द्वारा रामगढ़ चिकित्सालय में आतिथि तक कार्यभार ग्रहण नही किया है, जिस पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए चिकित्सालय की लचर कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने सीएमओ व सीएमएस को निर्देशित किया कि दैनिक आधार पर अनुश्रवण किया जाए।
आयुक्त ने मण्डल के समस्त जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी को जनपद के सभी चिकित्सालयों के समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिये है। निरीक्षण दौरान सीएमएस डॉ ऊषा जंगपांगी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के साथ ही महिला चिकित्सालय के डाक्टर एवं स्टाफ उपस्थित थे।