हल्द्वानी: लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने स्थानीय इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ-2023 का शुभारम्भ किया। उद्घाटन सत्र में खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया । इस दौरान विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की। राज्यपाल ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनायें दी। लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर खेल विभाग की ओर से रन फॉर यूनिटी दौड़ का आयोजन भी किया गया।
इसमें प्रथम मेघा गोस्वामी, द्वितीय रूचि अधिकारी तथा तृतीय अवनि चन्द्र के साथ ही फाइनल 800 मीटर दौड में प्रथम विकास सिंह, द्वितीय गौरव रावत तथा तृतीय नीरज बिष्ट न्याय पंचायत स्तर के विजयी खिलाड़ियों को राज्यपाल ने मेडल, प्रशस्ति पत्र के साथ ही नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
खिलाडियों को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि भारत का युवा पूरी दुनिया में बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि सपने बड़े-बडे़ देखने चाहिए और उन सपनों को आपके लक्ष्य को एक विजन एवं संकल्प के साथ अपने जीवन में परिवर्तित करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के बच्चे प्रतिभा के धनी हैं आप जो संकल्प अपने जीवन में अवतरित कर लेंगे तो आपको सिद्वि अवश्य मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। उनके नेतृत्व व प्रशासनिक क्षमता से ही भारत में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया। आज राष्ट्र इस दिवस को एकता दिवस के रूप में मना रहा है।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शिक्षा के साथ खेलों में भी विद्यार्थियों को जोड़ने का प्रयत्न किया है, खेलने से जहां हम तनाव मुक्त होते हैं तो वहीं हम अपने जीवन मे अनुशासन भी सीखते हैं। साथ ही कहा कि आज के दौर में खिलाड़ियों के लिए खेल का दायरा महज मनोरंजन और फिटनेस तक सीमित नहीं रहा बल्कि अब इसमें खिलाड़ियों को सुनहरा करियर नजर आ रहा है जिसके लिए हम प्रयत्नशील हैं और लगातार कई योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है।
इस दौरान खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जिस प्रकार से महाकुंभ में स्नान कर तन मन की स्वच्छता होती है उसी प्रकार खेल महाकुंभ से भी स्वस्थ प्रतिभाएं उभर कर सामने आती हैं। खेल महाकुंभ के आयोजन की यही परिकल्पना है कि न्याय पंचायत स्तर से प्रतिभाओं को अवसर देते हुए विकासखंड, जिला स्तर तथा राज्य स्तर तक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि खेल विभाग की कोशिश है कि बच्चों को अवसर प्राप्त होते रहे। विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को उनकी प्रतिभा अनुसार खेलों में प्रतिभाग करने के लिए मंच देने का कार्य किया जा रहा है, खेल महाकुंभ उसी का परिचायक है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय खेल के दृष्टिकोण से उत्तराखंड का हो तथा यही बच्चे राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश तथा प्रदेश का नाम ऊंचा करें इसी दिशा में खेल विभाग द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने सभी खिलाड़ियों से कहा कि आप खेलों में अच्छा प्रदर्शन करें तथा वह खेल मंत्री के रूप में खेल संसाधनों को बढ़ाने हेतु अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास लगातार कर रही हैं। सरकार द्वारा खिलाड़ियों हेतु 4 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के लिए विधिक प्रयास किए जा रहे हैं जिससे उन्हें सरकारी नौकरियों में लाभ प्राप्त हो। उन्होंने सभी आयु वर्ग के लोगों से अनुरोध किया कि वे दिन का एक घंटा खेल के लिए जरूर दें, जिससे चुस्त रहने के साथ ही वह सभी अपने शरीर भी स्वस्थ रख सके।