देहरादून: उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल घाटी में आई आपदा के बाद बनी जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। इस कमेटी का नेतृत्व दर्जा राज्यमंत्री और पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल अजय कोठियाल ने की हैं ।
सर्वेक्षण कर रिपोर्ट हुई तैयार
कर्नल कोठियाल ने बताया कि कमेटी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में सबसे पहले उन परिवारों तक राहत पहुँचाने की रणनीति बनाई गई है, जो लोग इस आपदा में मारे गए। शवों को सुरक्षित निकालने और पीड़ित परिवारों तक समयबद्ध सहायता पहुँचाना प्राथमिकता के रूप में रखा गया है। इसके साथ ही, जो लोग अब भी प्रभावित इलाकों में रह रहे हैं, उनके लिए सुरक्षित आवास और वहीं पर सुरक्षित रूप से रहने की व्यवस्था करने का सुझाव भी रिपोर्ट में दिया गया है।
पुनर्निर्माण को बनाई कई योजना
कमेटी ने पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर भी कई अहम बिंदु सुझाए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे को फिर से खड़ा करने के लिए चरणबद्ध योजना बनानी होगी। इसमें सड़कों, पुलों और अन्य आवश्यक ढाँचों की मरम्मत के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से नई संरचनाओं के निर्माण पर जोर दिया गया है।
वाइब्रेंट विलेज में शामिल करने की सिफारिश
कर्नल कोठियाल ने कहा कि उत्तरकाशी का यह इलाका अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ा हुआ है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से इस क्षेत्र को “वाइब्रेंट विलेज” योजना के अंतर्गत विकसित करना आवश्यक है। इससे न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार और बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी बल्कि सीमाई क्षेत्रों की सुरक्षा भी और मजबूत होगी।
फिलहाल जांच कमेटी ने रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार इन सुझावों पर किस तरह और कितनी जल्दी अमल करती है।