देहरादून: बीजेपी और कांग्रेस के केदारनाथ में पुनर्निर्माण के दावों की जंग में अब आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल (सेनि) अजय कोठियाल भी कूद गए हैं। उन्होंने केदारनाथ आपदा के दौरान हुए निर्माण कार्यों को अपनी मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से विषम परिस्थितियों पुनर्निर्माण कार्य किए गए। अब चुनाव नजदीक है और केदारनाथ पुनर्निर्माण को लेकर पॉलिटिकल पार्टियां अब श्रेय लेना चाह रही है।
केदारनाथ में वर्ष 2013 में आपदा के दौरान सबकुछ तबाह हो गया था। तब उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार थी। आपदा राहत कार्यों में ढिलाई के चलते कांग्रेस ने विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री पद से हटाकर हरीश रावत को सीएम बना दिया था। अब हरीश रावत ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान निम के प्राचार्य कर्नल अजय कोठियाल के नेतृत्व में पुनर्निर्माण कार्य शुरू कराए। उस दौरान सर्दियों में भी निर्माण कार्य चलते रहे। अब इसका श्रेय कर्नल कोठियाल लेने में भी पीछे नहीं दिख रहे हैं। हालांकि जो भी सरकार कोई कार्य कराती है तो उसका श्रेय सरकार को ही जाता है। क्योंकि सरकार की विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से कार्यों को अंजाम देती है। तब राहत और बचाव कार्यों में एसडीआरएफ, सेना, आइटीबीपी, वायुसेना आदि के जवान भी जुटे हुए थे। निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी निम को दी गई थी। अब कर्नल कोठियाल का कहना भी गले नहीं उतरता है कि मैने और मेरी टीम ने ये कार्य किया। तब वह भी निग के प्राचार्य थे। सरकारी एजेंसी यदि कोई कार्य करती है तो उसका श्रेय भी सरकार को ही जाता है। कोई अपनी जेब से तो वहां कार्य नहीं करा रहा था।
कर्नल कोठियाल ने कहा कि हकीकत ये है 11000 फीट की ऊंचाई पर और माइनस 35 डिग्री तापमान तक भी विषम परिस्थितियों में तीन साल तक ग्राउंड जीरो में हमने और हमारी टीम ने केदारनाथ में काम किया। बाबा केदारनाथ के आशीर्वाद से मुझे ये मौका मिला, जो हमने कर दिखाया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण में हमने सीखा कैसे विपरीत परिस्थितियों में युवा शक्ति, पूर्व फौजी, महिला शक्ति ने मिलकर असंभव को संभव बनाया। जिसे राज्य सरकार की निर्माण एजेंसियां नकार चुकी थी।
उन्होंने कहा ऐसे ही उत्तराखंड की जनता की महिला शक्ति, युवा शक्ति और पूर्व फौजियों की ताकत से हम सब मिलकर उत्तराखंड नवनिर्माण करेंगे। उन्होंने कहा हम काम करने वाली पार्टी हैं, जबकि बाकी पार्टियां स्टेटमेंट देती हैं। हमने दिल्ली में करके दिखाया, केदारनाथ में करके दिखाया अब जनता के साथ मिलकर उत्तराखंड नवनिर्माण करेंगे।