देहरादून: प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने परिवहन निगम के उप महाप्रबंधक वित्त भूपेंद्र कुमार के विरुद्ध पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार में लिप्तता की गंभीर शिकायत पर खुली विजलेंस जांच के आदेश दिए। आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामलों में उन्होंने अन्य चार व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के निर्देश भी दिए हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस नीति से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गोसाईं ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भूपेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच की मांग की थी। आरोप है कि उप महाप्रबंधक ने अनुबंधित वाहन स्वामियों से मिलीभगत कर धनराशि अपने पारिवारिक सदस्यों के बैंक खातों में जमा कराई।
परिवहन निगम के उप महाप्रबंधक वित्त भूपेंद्र कुमार के विरुद्ध मिली वित्तीय अनियमितता एवं अन्य शिकायतों को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। उन्होंने इस मामले में खुली विजलेंस जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने मौजा जाखन कोचर कालोनी, पश्चिम आफिसर्स कालोनी राजपुर रोड पर गलत तरीके से जमीनों पर अवैध कब्जा करने के मामले में दोषियों सेवानिवृत्त लेखपाल कुशाल सिंह राणा व राजेंद्र डबराल के विरुद्ध मुकदमा चलाने की अनुमति दी।
इसी प्रकार हरिद्वार जिले की तहसील लक्सर में लेखपाल महिपाल सिंह पर जमीन की सही रिपोर्ट लगाने के एवज में रिश्वत मांगने के मामले में अब मुकदमा चलाया जाएगा। वहीं गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के वरिष्ठ भंडारक रजनीश कुमार पांडे के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में भी मुख्यमंत्री ने मुकदमा चलाने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस कार्रवाई के बाद साफ लहजे में कहा कि भ्रष्ट्राचारियों को बिल्कुल बक्शा नहीं जायेगा।