देहरादून: मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय में वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट भाषण में उल्लिखित संतृप्तिकरण बिंदुओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बजट सत्र 2024-25 के दौरान वित्त मंत्री के भाषण में शामिल बिन्दुओं को समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत किया जाए।
हवाई कनेक्टिविटी, पुलों का जीर्णोद्धार और ई-ऑफिस पर जोर
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी जिला मुख्यालयों एवं प्रमुख पर्यटक स्थलों को हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की कार्ययोजना शीघ्र तैयार की जाए। लोक निर्माण विभाग को असुरक्षित पुलों और ट्रॉलियों का जीर्णोद्धार करने तथा उनकी जगह नए पुल निर्माण कराने को कहा गया। गैर सरकारी ट्रॉलियों का भी सेफ्टी ऑडिट कर नियमानुसार संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने प्रदेश की सड़कों को क्रैश बैरियर से संतृप्त करने की कार्ययोजना प्रस्तुत करने तथा सभी विभागों और जिला स्तरीय कार्यालयों में ई-ऑफिस लागू करने की प्रक्रिया तेज करने पर बल दिया।
विज्ञान, स्वरोजगार और शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी जनपदों में थीम बेस्ड विज्ञान एवं नवाचार केन्द्र स्थापित किए जाएं। रुद्रप्रयाग में इसके लिए भूमि चिन्हित करने को कहा गया। प्रदेश के 13 रोजगार केन्द्रों को स्वरोजगार केन्द्रों के रूप में विकसित करने तथा उन्हें लाइब्रेरी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाओं से लैस करने के निर्देश दिए।
शिक्षा विभाग को स्कूलों में फर्नीचर की उपलब्धता सुनिश्चित करने और सभी जिला मुख्यालयों व 50 हजार से अधिक आबादी वाले शहरों में पुस्तकालय स्थापित करने के निर्देश दिए गए। इन पुस्तकालयों को दून लाइब्रेरी की तर्ज पर सोसाइटी मोड में संचालित किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, सी. रविशंकर, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल, रंजना राजगुरू, हिमांशु खुराना और गौरव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अपर सचिव मनमोहन मैनाली ने किया।