देहरादून: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और युवक के बीच मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है। सीएम धामी ने डीजीपी को पूरे मामले जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद आज मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, उनके पीआरओ और गनर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि इन सबके खिलाफ सुरेंद्र नेगी की शिकायत पर बलवा मारपीट व गाली गलौज की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं मामले में विपक्ष सरकार को घेरते हुए मंत्री की बर्खास्ती की मांग कर रहा है। तो दूसरी ओर सीएम धामी ने डीजीपी को पूरे मामले जांच के आदेश दिए है।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की मारपीट का मामला अब मुकदमेबाजी तक पहुंच गया है। मामले में कल जहां प्रेमचंद अग्रवाल के गनर ने मुकदमा दर्ज करवाया था। तो वहीं आज दूसरे पक्ष सुरेंद्र सिंह नेगी ने ऋषिकेश कोतवाली में क्रॉस एफआईआर दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह नेगी की तहरीर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, कौशल बिजल्वाण और मंत्री का गनर विनोद राणा सहित चार-पाँच अन्य लोग आरोपी बनाये गए हैं।
मंत्री के थप्पड़ खाने वाला युवक सुरेंद्र नेगी नगर निगम ऋषिकेश के शिवाजी नगर क्षेत्र के निवासी हैं। वे काफी समय से सामाजिक और जनहित के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे शिवाजीनगर क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह अपने घर के पास परचून की दुकान चलाते हैं। हालांकि इस पूरे प्रकरण में मुकदमा दर्ज होने के उपरांत FIR की कॉपी में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का नाम स्पष्ट ना होने पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।