
देहरादून: उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद देहरादून जिला प्रशासन सतर्क मोड पर आ गया है। रोकथाम के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में संबंधित विभागों की बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) पक्षियों में अत्यधिक संक्रामक रोग है, जो दुर्लभ मामलों में मनुष्यों को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है।
बैठक में जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग को आदेश दिया कि जनपद के सभी 170 पोल्ट्री फार्म से तीन दिनों के भीतर रैंडम सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएं और नियमित निगरानी रखी जाए। रैपिड रिस्पांस टीम को सक्रिय किया गया है, जबकि वन विभाग को तालाब, झील और नदियों के आसपास पक्षियों पर नजर रखने और मृत या बीमार पक्षियों की सूचना तुरंत पशु चिकित्सा विभाग को देने के निर्देश दिए गए। फिलहाल जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, इसलिए पोल्ट्री पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
डीएम ने पुलिस विभाग को यूपी सीमा पर चेक पोस्ट स्थापित करने और बाहर से आने वाले जिंदा मुर्गे, मुर्गा मांस और अंडों पर अग्रिम आदेश तक रोक लगाने का निर्देश दिया। साथ ही अनाधिकृत मीट की दुकानों को सीज करने और एसडीएम, पशु चिकित्साधिकारी तथा नगर निकायों को पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन व मुर्गा मांस व्यापारियों के साथ बैठक कर जागरूकता फैलाने को कहा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम कुमकुम जोशी, उप नगर आयुक्त संतोष कुमार पांडेय, सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार शर्मा, सीवीओ डॉ. एस.सी. जोशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।