देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही की है। UKSSSC पेपर लीक में मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दो और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं।
एसटीएफ ने आरआईएमएस कंपनी लखनऊ का मालिक राजेश चौहान को पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसी RIMS कंपनी ने छपवाए थे भर्ती के पेपर और यहीं से लीक हुए थे पेपर।
बता दें की पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जांच के क्रम में सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में भी थाना रायपुर में एसटीएफ द्वारा मुकदमा दर्ज कराया था । एसटीएफ की टेक्निकल टीम द्वारा आयोग में गहन जांच के बाद इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को पाने में सफलता प्राप्त की है। उपरोक्त मामले में अभियुक्त प्रदीप पाल निवासी बाराबंकी उत्तर प्रदेश को साक्ष्य व गहन पूछताछ के बाद एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया गया है ।
प्रदीप पाल RIMS कंपनी का कर्मचारी था। वह आयोग में लंबे समय से कार्यरत था। जिसके द्वारा ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराया गया और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपए में बेचा गया था। एसटीएफ ने इसके साथ ही ऐलान और अपील जारी की है जो छात्र सचिवालय रक्षक परीक्षा में अनुचित साधन से उत्तीर्ण हुए है उनको चिन्हित कर लिया गया है, अपने बयान खुद आकर दर्ज कराने पर विधिसम्मत कार्यवाही की जाएगी।