रूड़की: कहते है मृत्यु एक ऐसा कडवा सच है, जिसको कोई भी इंसान चाह कर भी नहीं झुठला सकता। इस दुनिया में आज तक कोई भी इंसान हमेशा के लिए जिंदा नहीं रहा। ऐसे में जब भगवान भी शरीर त्याग कर चले गए तो हम इंसानों की औकात ही क्या है ? अक्सर आपने इंसान को मरने के बाद श्मशान ले जा कर जलाते हुए देखा होगा, लेकिन, क्या आपने कभी अर्थी पर लेटे मृत को उठ खड़ा होकर बोलने देखा है?
दरअसल, कुछ ऐसा ही अजीबो गरीब वाकया हाल ही में हमारे सामने आया है। रूड़की में कैंसर से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। व्यक्ति को जब अर्थी पर लेटाया गया तो तभी इस बीच अचानक वह बैठकर बोलने लगा। उत्तराखंड के रूड़की में वो करिश्मा हुआ कि लोग दंग रह गए। यह नाजारा देख लोगों के होश उड़ गए। इसके बाद आनन-फानन उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरा मामला देख लोग हक्के -बक्के रह गये।
जानकारी के अनुसार रूड़की के झबरेड़ा कस्बा निवासी दीपक कुमार उम्र 58 साल काफी दिनों से कैंसर बीमारी से पीड़ित थे। बताया जा रहा है कि आज सुबह अचानक दीपक की तबीयत खराब हो गई और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। ऐसे में परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने सभी रिश्तेदारों को उसके मौत की खबर कर दी। दीपक के अंतिम दर्शन के लिए लोग पहुंचने लगे। अर्थी बनाकर श्मशान घाट ले जाने की तैयारी करने लगे।
तभी आखिरी स्नान कराते समय अचानक दीपक अर्थी से उठ गया और बोला यह सब तुम क्या कर रहे हो। यह देख लोगों के होश उड़ गए। परिजनों ने आनन-फानन में दीपक को रुड़की अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन यहां चिकित्सकों उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। दोपहर बाद अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन इस बीच उसके अचानक अर्थी से उठने की खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई। जो चर्चा का विषय बनी रही।